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दूसरों की प्यास बुझाकर ही मिलता सुकून

जागरण संवाददाता, महोबा: जनपद में पेयजल किल्लत देख चरखारी के एक कारोबारी ने निश्शुल्क जलदान

By JagranEdited By: Published: Sat, 08 Sep 2018 11:21 PM (IST)Updated: Sat, 08 Sep 2018 11:21 PM (IST)
दूसरों की प्यास बुझाकर ही मिलता सुकून
दूसरों की प्यास बुझाकर ही मिलता सुकून

जागरण संवाददाता, महोबा: जनपद में पेयजल किल्लत देख चरखारी के एक कारोबारी ने निश्शुल्क जलदान को जीवन का अंग बना लिया है। सूचना मिलते ही वह अपने खर्च से पानी का टैंकर लेकर पहुंच जाते हैं। तेरहवीं, गरीबों के यहां होने वाली कन्याओं के विवाह या कोई भी आयोजन हो, वह पेयजल उपलब्ध कराना नहीं भूलते।

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चरखारी के टाकीज तिराहा निवासी शिक्षक पिता के पुत्र अशोक कुमार त्रिपाठी उर्फ अशोक महाराज की मानें तो पिता के निधन के बाद पारिवारिक दायित्वों के निर्वाहन के लिए ट्रैक्टर ट्राली बनाने का काम शुरू किया। काम चल निकला तो मन में विचार आया कि समाज के लिए भी कुछ करना चाहिए। क्षेत्र में पेयजल किल्लत देखते हुए लोगों की प्यास बुझाने से बेहतर कोई सेवा समझ में नहीं आई। घर के ही ट्राली कारखाने में पानी के टैंकर तैयार कराए और जरूरतमंदों के पास निश्शुल्क पानी पहुंचाने लगे। उन्होंने बताया, समय पर पानी भरा टैंकर पहुंचा दिया जाता है और खाली होने पर उसे वापस मंगा लिया जाता। चर्चा बढ़ने के साथ कस्बे के ही रामनारायण सोनी ने भी मदद को हाथ बढ़ाया और अपने ट्यूबवेल से टैंकर के लिए पानी देने लगे। बिजली न होने पर जल संस्थान के पंप हाउस से टैंकर भरवाया जाता है। सात साल पहले शुरू की गई इस मुहिम में आज 10 टैंकर, तीन ट्रैक्टर पानी पहुंचाने का काम कर रहे हैं। इलाके में अब सभी लोग ऐसा वाकिफ हो गए हैं कि कहीं भी आयोजन पर खुद सूचना दे देते हैं। बकौल अशोक त्रिपाठी इससे जो सुकून और सुख मिलता है उसके एवज में दूसरा कुछ नहीं हो सकता।


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