दस साल बाद भी नहीं बन सका 50 मीटर का पुल
अभिषेक द्विवेदी महोबा 11 जून 2011 का वह दिन जब तत्कालीन डीएम विजय
अभिषेक द्विवेदी, महोबा
11 जून 2011 का वह दिन जब तत्कालीन डीएम विजय विश्वास पंत की मौजूदगी में तत्कालीन बसपा विधायक राकेश गोस्वामी ने छोटी चंद्रिका मंदिर से बड़ी चंद्रिका देवी मंदिर के मध्य संपर्क मार्ग एवं पुल का शिलान्यास किया था। भक्तों में खुशी थी कि अब इन दोनों धार्मिक स्थानों में जाने की दूरी कम होगी और समय भी बचेगा। लेकिन दुर्भाग्य है कि दस साल और 20 नवरात्र गुजरने के बाद भी न तो संपर्क मार्ग बन सका और न ही महज 50 मीटर का पुल। खास बात है कि तत्कालीन बसपा विधायक वर्तमान में भाजपा से विधायक भी है। हालांकि जल्द ही इसका निर्माण शुरू कराने का दावा किया जा रहा है। खैर वक्त ही बताएगा कि क्या इस बार का वादा भी झूठा निकलेगा या फिर धार्मिक व पर्यटन की ²ष्टि से यह काम होगा। फिलवक्त भक्तों में इस अनदेखी से रोष व्याप्त है। क्या होगा लाभ
अभी छोटी चंद्रिका देवी मंदिर से बड़ी चंद्रिका देवी मंदिर जाने के लिए करीब चार किमी. की दूरी तय करनी पड़ती है, लेकिन यदि यह संपर्क मार्ग और पुल बनता है तो यह दूरी महज 500 मीटर ही रह जाएगी। इससे दूरी कम होगी और समय भी बचेगा। अन्य धार्मिक स्थलों से भी होंगे रूबरू
छोटी चंद्रिका देवी मंदिर के पास ही ऐतिहासिक गोरखगिरि पहाड़ है। यही पर शिव जी की तांडव नृत्य करती प्रतिमा है। पहाड़ के ऊपर सिद्ध बाबा का स्थान है और नागराज व संकटा माता मंदिर है। मां बड़ी चंद्रिका देवी मंदिर के पीछे जैन तीर्थांकर है और यहां शिलाओं पर 24 प्रतिमाएं बनी हुई है। अन्य स्थान भी है। यदि यह संपर्क मार्ग और पुल बन जाए तो अन्य स्थलों से भी लोग कम दूरी और कम समय में रूबरू हो सकेंगे। ..तो क्या इस बार होगा काम
सदर विधायक के प्रतिनिधि रोहित शर्मा की मानें तो संपर्क मार्ग और पुल के लिए करीब सवा करोड़ का बजट आया है। ब्रिज कार्पोरेशन वालों से बात हो रही है। निगरानी कमेटी गठित कर अन्य प्रक्रिया पूर्ण कर जल्द ही कार्य शुरू कराया जाएगा। हालांकि अहम सवाल है कि दस सालों से लटका यह काम क्या इस बार होगा। यह आने वाला समय ही बताएगा।