बेलासागर तालाब से सिंचाई करने वाले 30 किसानों पर मुकदमा
संवाद सूत्र, बेलाताल (महोबा): बेलासागर तालाब के पानी से खेत सींचने वाले 30 किसानों पर सिंचाई
संवाद सूत्र, बेलाताल (महोबा): बेलासागर तालाब के पानी से खेत सींचने वाले 30 किसानों पर सिंचाई खंड ने मुकदमा दर्ज कराया है। विभाग की यह कार्रवाई क्षेत्र में चर्चा का विषय है। किसानों का आरोप है कि अधिकारियों ने कर्मचारियों की लापरवाही छिपाने के लिए मामला दर्ज कराया है। हजारों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है। उस पर किसी का ध्यान नहीं है।
कुलपहाड़ क्षेत्र में जलापूर्ति के लिए बेलासागर तालाब से कुलपहाड़ फिल्टर तक कच्चा पानी पहुंचाने के लिए 10 किमी लंबी पाइप लानी डाली गई है। यह जगह-जगह से फटी है। इससे प्रतिदिन हजारों लीटर पानी बर्बाद होता है। इन स्थानों में बेलाताल की बड़ी नहर के पास, एसके महाविद्यालय के पास, बंशी सराफ के कुएं के पास दो जगहों पर, मुंढारी के रास्ते सहित कई जगह फव्वारे के रूप में पानी फैल रहा है, लेकिन अधिकारियों का इस पर ध्यान नहीं है। किसानों का कहना है कि पानी की वही बर्बादी छिपाने के लिए किसानों पर मुकदमा दर्ज कराया गया है।
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फसल सींचने के लिए तालाब से पानी लिया जो बरसात का है तो वह विभाग को गुनाह लगने लगा। सरकारी धन खर्च कर बिछाई गई पाइप लाइन से जो पानी बर्बाद हो रहा है, उसके गुनहगारों पर कार्रवाई नहीं हो रही है।
नरेंद्र पुत्र संतराम किसान लमौरा
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बड़ा ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि विषम परिस्थिति में भी पेयजल बर्बाद हो रहा है, और विभाग कुछ नहीं कर रहा है। इसकी शिकायत कर जल्दी ही ठीक कराने का प्रयास होगा, ताकि आगामी समय में पेयजल की समस्या न हो।
- रामस्वरूप श्रीवास, जिलाध्यक्ष भाजपा अनुसूचित मोर्चा
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विभाग के पास लीकेज ठीक कराने के सामान नहीं है। शासन से धन आवंटित नहीं हो रहा है। हमारी अपनी समस्या है क्या कर सकते हैं।
-पवन ¨सह, अवर अभियंता जल संस्थान
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मनाही के बाद भी खेते सींचने और पाइप लाइन के लीकेज में अंतर है। पाइप लाइन मानवीय संरचना है जिसमें कमियां हो सकती हैं। कर्मचारी भेज कर सभी लीकेज बंद कराए जाएंगे जिससे पानी बरबाद न हो।
-राम ¨सह कनौजिया, अधिशासी अभियंता, जल संस्थान