रुपये के लिए सतीश ने की थी मां-बाप की हत्या
सदर कोतवाली थाना क्षेत्र के बरवाफहीम गांव निवासी व्यवसायी विश्वनाथ वर्मा व उनकी पत्नी लालती देवी की हत्या में आरोपित बेटे को दिल्ली से गिरफ्तार कर पुलिस बुधवार को महराजगंज पहुंची। आरोपित बेटे से करीब तीन घंटे तक पूछताछ की गई।
महराजगंज: सदर कोतवाली थाना क्षेत्र के बरवाफहीम गांव निवासी व्यवसायी विश्वनाथ वर्मा व उनकी पत्नी लालती देवी की हत्या में आरोपित बेटे को दिल्ली से गिरफ्तार कर पुलिस बुधवार को महराजगंज पहुंची। आरोपित बेटे से करीब तीन घंटे तक पूछताछ की गई। सतीश की निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त फरसा मौका-ए-वारदात से बरामद कर लिया। परिजनों से उसका आमना-सामना कराया गया। जहां उसने पैसे के लिए माता- पिता की हत्या करने की बात स्वीकार की। दोपहर बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया, वहां से उसे जेल भेज दिया गया। दोहरे हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए एसपी रोहित सिंह सजवान ने कहा कि 18 जून को ज्योति राइसमिल मालिक विश्वनाथ वर्मा व उनकी पत्नी लालती देवी की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी। घटना के बाद से फरार मृतक के बड़े बेटे सतीश वर्मा पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर पुलिस उसे तलाश रही थी। इसी दौरान हत्यारोपित सतीश के दिल्ली के रोहिणी स्थित सेक्टर 22 विनायक फाउंडेशन नशा मुक्ति केंद्र पहुंच कर उपचार कराए जाने की सूचना मिली। तत्काल उपनिरीक्षक दिनेश पांडेय, कांस्टेबल राजकोकिल, विजय व अमित को दिल्ली भेजा गया। वहां स्थानीय पुलिस की मदद से उसे गिरफ्तार किया गया। आरोपित बेटे ने कहा कि नशे की वजह से मां-पिता से उसका रिश्ता ठीक नहीं था। रुपये को लेकर आए दिन विवाद हो रहा था। सोते समय पिता पर पहले फरसे से हमला किया। चीख सुन कर मां जगी तो उसे भी मार डाला। 23 जून तक नेपाल के बुटवल में रहा। वह से सीधे गोरखपुर और ट्रेन पकड़कर दिल्ली चला गया। एसपी ने कहा कि हत्या में साक्ष्य मिटाने की धारा बढ़ाई जाएगी।
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