जीवन में सुधार लाने की पहल करें बंदी
महराजगंज: जेल में बंद रहने वाले बंदी जेल को आश्रम मानते हुए अपने जीवन में सुधार लाने की पहल करें
महराजगंज:
जेल में बंद रहने वाले बंदी जेल को आश्रम मानते हुए अपने जीवन में सुधार लाने की पहल करें। यहां बंदियों को सुधार की ²ष्टि से अच्छी शिक्षा व सुविधा दी जाती है, सभी उसका लाभ उठाएं व समाज में बेहतर कार्य करें।
यह बातें मंगलवार को जिला कारागार में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा आयोजित वरिष्ठ नागरिकों को दी जाने वाली सुविधा व अन्य विधिक विषयों संबंधी जागरूकता शिविर को संबोधित करते हुए सचिव रामकिशोर ने कही। उन्होंने कहा कि बंदियों को अपराध के कारणों के बारे में सोचते हुए उससे बचने का प्रयास करना चाहिए। अपराध से बचने के लिए सभी को घमंड व क्रोध पर संयम भी रखना चाहिए। जेलर अर¨वद श्रीवास्तव ने कहा कि विपरीत परिस्थितियों में जेल में आए वरिष्ठ नागरिक ¨चतन करें व दूसरों को अच्छा कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करें। अच्छे आचरण से ही समाज में सम्मान प्राप्त होता है। अधिवक्ता राजेश उपाध्याय कहा कि बंदी के रूप में जेल में रहने वाले वरिष्ठ नागरिकों का युवा बंदी पूर्णत: सहयोग करें। संचालन कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता स्वामीनाथ तिवारी ने कहा कि वरिष्ठ नागरिक श्रेष्ठ होते हैं, उनकी उपेक्षा नहीं करनी चाहिए। शिविर में डिप्टी जेलर प्रदीप कुमार ¨सह, कमल नयन ¨सह, जेल के अन्य कर्मी व बंदी मौजूद रहे।