खतरनाक आतिशबाजी बचें, मनाएं खुशहाल दीपावली
दीपावली पर्व को लेकर सभी में उमंग और उत्साह है। लेकिन हमें तेज आवाज के पटाखे नहीं फोड़ने का संकल्प लेना होगा।
महराजगंज : दीपावली पर्व को लेकर सभी में उमंग और उत्साह है। लेकिन हमें तेज आवाज के पटाखे नहीं फोड़ने का संकल्प लेना होगा। मिट्टी के दीप जलाकर एक-दूसरे में मिठाई वितरित कर खुशियों की दीपावली सद्भाव के साथ मनाएं। हमारी परम्परा है कि दीपावली के दिन हम लक्ष्मी गणेश का पूजन कर सौहार्दपूर्ण वातावरण में आतिशबाजी कर खुशियां मनाते हैं। लेकिन खतरनाक आतिशबाजी के प्रयोग से लोगों को बचना चाहिए। इसलिए सुरक्षित आतिशबाजी कर दीपावली का त्योहार खुशियों के साथ मनाएं।
रुचि श्रीवास्तव दीपावली अंधकार पर प्रकाश का पर्व है। इस दिन मिट्टी के दीपों का प्रयोग करें। इससे जहां हम सदियों से चली आ रही परंपरा का अनुसरण करेंगे, वहीं कुम्हारों की मदद भी करेंगे। इससे मिलने वाली आय से उनके घरों में भी दीपावली की खुशियों मनाई जा सकेगी।
प्रतिभा सिंह
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दीपावली पर करोड़ों रुपये के आतिशबाजी में खर्च हो जाते हैं, लेकिन यह आतिशबाजी सेहत के साथ पर्यावरण को प्रभावित कर रहा है। इसलिए कम आवाज वाले पटाखे छोड़ें। दीपावली पर्व पर अपने आस-पास गरीबों और जरूरतमंदों की मदद कर उनके जीवन में भी खुशियां लाने का काम करें।
सरोज सिंह
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दीपावली पर्व पर परंपरा के अनुसार मिट्टी के दीप जलाएं। फुलझड़ी और कम आवाज वाले पटाखे छोड़ें। अक्सर सुनने में आता है कि छोटी सी असावधानी बड़ी दुर्घटना का कारण बन जाती हैं। लिहाजा पर्व को संभलकर सौहार्दपूर्ण रूप से मनाएं। अभिभावक बच्चों पर विशेष नजर रखें।
जया कसौधन