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सरफराज और शमसाद ने की थी मंटू की हत्या

पर्दाफाश करते हुए पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता ने बताया कि 12 जून को निचलौल थाना क्षेत्र के खम्हौरा गांव के बाहर गन्ने के खेत में कुशीनगर के खड्डा थाना क्षेत्र के तुर्कहा निवासी मंटू भारतीय का शव गन्ने के खेत से मिला था।

By JagranEdited By: Published: Sat, 19 Jun 2021 02:28 AM (IST)Updated: Sat, 19 Jun 2021 02:28 AM (IST)
सरफराज और शमसाद ने की थी मंटू की हत्या
सरफराज और शमसाद ने की थी मंटू की हत्या

महराजगंज: आठ जून को निचलौल थाना क्षेत्र के खम्हौरा में बारात में आए कुशीनगर के खड्डा थाना क्षेत्र के तुर्कहा गांव निवासी मंटूृ हत्याकांड का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। मंटू की हत्या उसके ही गांव निवासी आरोपित सरफराज ने अपने खड्डा निवासी साथी शमसाद के साथ मिलकर की थी। आरोपित सरफराज ने मंटू को पहले जान से मारने की धमकी भी दी थी। पुलिस ने दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर न्यायालय चालान किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। मामले का पर्दाफाश करते हुए पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता ने बताया कि 12 जून को निचलौल थाना क्षेत्र के खम्हौरा गांव के बाहर गन्ने के खेत में कुशीनगर के खड्डा थाना क्षेत्र के तुर्कहा निवासी मंटू भारतीय का शव गन्ने के खेत से मिला था। शव की छानबीन के बाद पता चला कि निचलौल थाने में दो दिन पूर्व उसके पिता शारदा भारती ने गुमशुदगी की सूचना दर्ज कराई थी। शव मिलने के बाद तुर्कहा निवासी मृतक के पिता मंटू भारती ने बताया कि उनका पुत्र मंटू आठ जून को निचलौल क्षेत्र के खम्हौरा गांव में एक शादी समारोह में सम्मिलित होने आया था, लेकिन वापस नहीं लौटा । पिता ने गांव निवासी तीन आरोपितों पर बेटे के हत्या का भी आरोप लगाया था। उसने बताया था कि पहले भी आरोपितों ने उसे मारने की धमकी दी थी, पिता की तहरीर पर पुलिस ने तुर्कहा निवासी सरफराज, शाहिल व खड्डा निवासी शमसाद के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच में जुटी थी। भाई के आत्महत्या का दोषी मानकर की मंटू की हत्या

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पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता ने बताया कि हत्या की जांच के मामले में आरोपित सरफराज के बताए स्थान से हत्या में प्रयुक्त चाकू भी बरामद कर लिया गया। एसपी ने बताया कि हत्या के कारण की जांच में पाया गया कि एक वर्ष पूर्व आरोपित सरफराज के एक भाई ने आत्महत्या कर ली थी ,जिसकी मंटू से दोस्ती थी। आत्महत्या से पूर्व उसके भाई ने मंटू के ही मोबाइल से अंतिम बार फोन पर बात की थी। पुलिस की जांच में भी उसकी मौत आत्महत्या की साबित हुई थी लेकिन सरफराज उसे हत्या मानता था।

चौकी प्रभारी पर हमले के आरोपितों पर लगा गैंगस्टर

महराजगंज: पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता के निर्देश पर सिदुरिया थाना की पुलिस ने तीन माह पूर्व हुए चिउटहा चौकी प्रभारी पर हमले में शामिल पांच आरोपितों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की है। पुलिस के मुताबिक यह लोग मोबाइल छिनैती, बाइक चोरी और लूट जैसे जघन्य अपराधों को अंजाम देते थे, इसके चलते यह कार्रवाई अमल में लाई गई है। एसपी के निर्देश पर सिदुरिया के थानेदार अजित कुमार ने सभी आरोपितों के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की है।

13 मार्च को सिदुरिया थाना क्षेत्र के चिउटहां चौकी प्रभारी रहे उपनिरीक्षक दिनेश कुमार पर उस वक्त हमला हुआ था जब वह चौकी से आवास में सोने के लिए गए थे। ताला तोड़कर पहले से ही कमरे में घुसे पांच बदमाशों ने लोहे के राड और हाकी से हमला कर दिया था। मौके से चौकी प्रभारी ने एक आरोपित को पकड़ लिया था, बाकी भाग निकले थे। सिदुरिया थाने पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने दो सप्ताह के भीतर कोठीभार थाना क्षेत्र के सबया निवासी मुख्य आरोपित सूरज चौधरी के साथ दीपू कुमार, शिवम, सिसवा के गोपालनगर निवासी राकेश उर्फ विट्टू और कोठीभार के दीपक पासवान को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। एसपी प्रदीप गुप्ता ने बताया कि यह गिरोह अपने आर्थिक व भौतिक लाभ के लिए बाइक लूट, मोबाइल छिनैती जैसे जघन्य अपराधों को अंजाम देता है। गिरोह क्षेत्र में भय व आतंक व्याप्त करने के लिए जानलेवा हमले करने का आदी है। इसी के चलते उनके विरुद्ध कार्रवाई की गई है।


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