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किसानों के मसीहा थे सरदार पटेल

अपनी दृढ़ संकल्पों तथा निर्णय पर अडिग रहने के कारण ही सरदार बल्लभ भाई पटेल की ख्याति लौह पुरुष के रूप में हुई थी।

By JagranEdited By: Published: Thu, 31 Oct 2019 11:29 PM (IST)Updated: Thu, 31 Oct 2019 11:29 PM (IST)
किसानों के मसीहा थे सरदार पटेल
किसानों के मसीहा थे सरदार पटेल

महराजगंज: अपनी दृढ़ संकल्पों तथा निर्णय पर अडिग रहने के कारण ही सरदार बल्लभ भाई पटेल की ख्याति लौह पुरुष के रूप में हुई थी। यह बातें गुरुवार को समाजवादी पार्टी कार्यालय पर लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल के 144वीं जयंती पर आयोजित विचार गोष्ठी में निवर्तमान जिलाध्यक्ष राजेश यादव ने कही ।

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उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार में किसान, नौजवान व मजदूर सभी बेहाल हैं। तराई में किसान भुखमरी की कगार पर हैं, दिन प्रतिदिन उनका शोषण हो रहा है। अंग्रेजी हुकूमत में किसानों पर ज्यादा लगान लगाने के विरुद्ध सरदार पटेल ने बारडोली सत्याग्रह आंदोलन करके अंग्रेजी हुकूमत की जड़ें हिला दी थी, और अंत में उसे लगान वृद्धि को वापस लेने पर मजबूर कर दिया था। पटेल के दृढ़ संकल्पों का ही परिणाम है, कि देश की 565 रियासतों को देश में शामिल कर देश की एकता, अखंडता और संप्रदायिक सछ्वाव को भारत का आभूषण बनाया गया। कार्यक्रम का संचालन निवर्तमान जिला उपाध्यक्ष आमिर खान ने किया।

इस अवसर पर पूर्व विधायक श्रीपत आजाद, विजय बहादुर चौधरी, दिलीप कुमार शुक्ला, ज्ञानेश्वर मणि त्रिपाठी, राहुल मिश्रा, अतुल पटेल, अमरजीत साहनी, मोहम्मद शमीम खान, के पी दुबे, रफ़ी उल्लाह खान, देवता प्रसाद पांडेय, राजा राम भारती, राम मिलन यादव, सूरज यादव, पवन वर्मा, राजेश निषाद आदि लोग उपस्थित रहे।


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