बरामदा ही अध्ययन कक्ष व खेल का मैदान
दो जर्जर कमरे व एक बरामदे तक सीमित है नौतनवा का प्राथमिक विद्यालय द्वितीय
महराजगंज : परिषदीय विद्यालयों में सुधार के लिए शासन तमाम योजनाएं संचालित कर रहा है। लेकिन स्कूलों से खामियां समाप्त होने का नाम नहीं ले रहीं हैं। सोमवार को नौतनवा के प्राथमिक विद्यालय द्वितीय, छपवा गांव के प्राथमिक विद्यालय और अराजी सरकार उर्फ बैरियहवा के परिषदीय स्कूल की पड़ताल की गई तो कई चौकाने वाले तथ्य सामने आए।
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समय- पूर्वाह्न 11:19
स्थान- नौतनवा प्राथमिक विद्यालय द्वितीय मार्ग से बिलकुल सटकर बने विद्यालय में संवाददाता ने प्रवेश कर दूसरा कदम रखा तो वह स्कूल के बरामदे में पहुंच गया। जहां एक महिला अध्यापक बरामदे में टाट पर बैठे बच्चों से रूबरू मिली। बरामदे से सटे दो अन्य कक्ष भी थे। जिसमें बच्चों की शोरगुल की आवाज आती मिली। उन कक्षों में कोई अध्यापक नहीं था। पूछने पर महिला अध्यापक ने अपना नाम राना तबस्सुम और पद प्रधानाध्यापक बताया। यह भी बताया कि स्कूल में 109 बच्चे पंजीकृत हैं। सहायक अध्यापक प्रिया गुप्ता छुट्टी पर और शिक्षामित्र सुप्रिया श्रीवास्तव व शबाना बानो प्रशिक्षण के लिए बीआरसी पर गईं है। अचरज वाली बात यह रही कि स्कूल केवल भवन तक सीमित है। खेलकूद का कोई प्रांगण नहीं है। इसलिए बच्चों के लिए बरामदा ही अध्ययन कक्ष व बरामद ही खेल का मैदान है।
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कायाकल्प न होने का गजब बहाना:
समय - पूर्वाह्न 11: 41
स्थान - प्राथमिक विद्यालय छपवा
विद्यालय भवन सफेद रंग से पोताई किया मिला। प्रधानाध्यापक अभिषेक कुमार सिंह कुछ बच्चों को मिड डे मिल भोजन की कतार में बैठते मिले। लेकिन मिड डे मील में रोटी-सब्जी के बजाए चावल-सब्जी देखने को मिली। विद्यालय में पंजीकृत बच्चों की संख्या मात्र 55 मिली। एक कक्ष में सहायक अध्यापिका सुनीता त्रिपाठी बच्चों को पढ़ाती मिली। प्रधानाध्यापक ने बताया कि बच्चों की संख्या काफी कम है। भवन का कायाकल्प इसलिए नहीं हुआ कि ग्रामप्रधान व सेक्रेटरी यह कह रहे हैं कि पूरा विद्यालय भवन ही मार्ग राजमार्ग चौड़ीकरण के जद में आ गया है।
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रोटी बनने में थोड़ा विलंब हो गया
समय -दोपहर 12:32
स्थान - पूर्व माध्यमिक व प्राथमिक विद्यालय अराजी सरकार उर्फ बैरियहवा स्कूल भवन रंगाई-पुताई हुआ मिला। सभी बच्चे अपनी कक्षाओं में पढ़ते मिला। मिड डे मिल में रोटी बनने में विलंब था। इसलिए कक्षाएं जारी थी। पूर्व माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक भास्कर चौधरी अकेले ही पंजीकृत कुल 55 बच्चों को संभालते मिले। सहायक अध्यापक पवन कुमार शुक्ला अवकाश पर गए हैं। प्राथमिक विद्यालय में बच्चों का शोर कुछ बढ़ने लगा था। क्योंकि मिड डे मील में विलंब हो गया था।