प्रशासन के लिए अब रतनपुरवा गांव बना चुनौती
डीएम डा.उज्ज्वल कुमार ने कहा है कि तीन-तीन कर्मचारियों की पांच टीमें लगाई गई हैं जो गांव के लोगों के स्वास्थ्य संबंधी जांच कर रही है। सफाई कर्मी गांव को सैनिटाइज कर रहे हैं। घरों तक सामान की सप्लाई भी कराई जा रही है।
महराजगंज: जिले के लक्ष्मीपुर ब्लाक के चार गांवों में मार्च में छह जमाती कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। इन सभी की आखिरी रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद यह जिला कोरोना प्रभाव से मुक्त घोषित हो गया था। इसी बीच बुधवार को पनियरा ब्लाक के रतनपुरवा में नया मरीज मिल गया। इस गांव के जरिये जिले को फिर कोरोना प्रभाव से मुक्त कराना प्रशासन के लिए चुनौती है। इसके लिए गांव की गलियों को हर दो दिन पर सैनिटाइज किया जाएगा। स्वास्थ्य कर्मियों के साथ ही फायर सर्विस की टीम गांव में मौजूद रहेगी।
चार दिनों से रतनपुरवा गांव के लोग अपने अपने घरों से बाहर नहीं निकले हैं। संक्रमित इलाके में कोई व्यक्ति न पहुंचे, इसका भी ख्याल रखा जा रहा है। गांव के लोगों की दिनचर्या सिमट गई है। सुबह 10 बजे के करीब लोग घरों में चले जाते हैं। शाम को आवश्यक काम, पशु पालन के लिए बाहर निकलते हैं। पंद्रह वर्ष से कम के बच्चों को घरों में रहने की हिदायत दी गई है।
गांव में जरूरत का सामान पहुंचने के लिए ठेले वालों को लगाया गया है। गांव के बाहर बैरियर पर सुबह सब्जी, दूध, फल, गैस सिलेंडर आदि पहुंच जा रहा है। वहां से सामान ठेले वाले गांव में लेकर जाते हैं। हालांकि फल व दूध की आपूर्ति गांव में भरपूर है। आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई के लिए गांव के कोटेदार को लगाया गया है। जिस व्यक्ति को समस्या हो वह एसडीएम सदर, सीओ व थानेदार के पास फोन कर सकता है।
डीएम डा.उज्ज्वल कुमार ने कहा है कि तीन-तीन कर्मचारियों की पांच टीमें लगाई गई हैं, जो गांव के लोगों के स्वास्थ्य संबंधी जांच कर रही है। सफाई कर्मी गांव को सैनिटाइज कर रहे हैं। घरों तक सामान की सप्लाई भी कराई जा रही है।