रोहिन नदी में मर रहीं मछलियां
नेपाली फैक्ट्रियों के केमिकल युक्त पानी से खतरे में वन्यजीवों का अस्तित्व
महराजगंज: सोहगीबरवां वन्यजीव प्रभाग के लक्ष्मीपुर व चौक रेंज के मध्य गुजरने वाली रोहिन नदी में नेपाल की फैक्ट्रियों का गंदा पानी आने से पानी जहरीला होता जा रहा है। जिसके कारण नदी की मछलियां मर रहीं हैं । वहीं आसपास गांव के पशुओं व जंगली जानवरों लिए नुकसानदायक साबित होता दिखाई दे रहा है। इसके बावजूद विभागीय अधिकारी बेपरवाह बने हुए हैं। दीनानाथ सहानी का कहना है कि नेपाल के फैक्ट्रियों का गंदा पानी छोड़े जाने से भारतीय क्षेत्र के गांवों में महामारी फैलने की आशंका है। इस पर रोक लगाना आवश्यक है।
----- झिनकू चौबे का कहना है कि कई वर्षों से रोहिन नदी में नेपाल पानी छोड़ रहा है। लेकिन कुछ महीनों से जहरीला पानी आने से दुष्प्रभाव जानवरों को भुगतना पड़ रहा है।
------ रामप्रकाश यादव का कहना है कि रोहिन नदी के पानी से सैकड़ों गांव के जानवरों और किसानों के प्यास बुझाने का मुख्य स्त्रोत है, लेकिन पानी अब काला होने से गंभीर बीमारियां फैलने का डर सता रहा है। रमेश पासवान का कहना है कि यदि तत्काल नेपाल के फैक्ट्रियों के गंदे पानी को रोका नहीं गया तो सोहगीबरवा वन्य जीवों का अस्तित्व समाप्त हो सकता है। जो वातावरण को प्रभावित कर सकता है।
--------
इन गांवों पर गंदे पानी का है प्रभाव:
रोहिन नदी के तट पर बसे गांव सेमरा, भठवा, ढेड़ी, गंगापुर, भसहवा, अमहवा, धौतियहवा, विसौउआ, करमटीकर, रजापुर, मठिया ईदू, चकदह, सिरसिया, दशरथपुर, मरचहवा, पंडितपुर सहित सैकड़ों गांवों में इसका प्रभाव देखा जा सकता है।