एनफ्लुएंजा के मरीजों को चिह्नित करेगी स्वास्थ्य टीम
नोडल अधिकारी डा. आइए अंसारी ने बताया कि सभी सीएचसी पीएचसी के चिकित्सक के नेतृत्व में सांस रोग के मरीजों को चिह्नित करने का कार्य किया जाएगा।
महराजगंज: दिल्ली में कोरोना का संक्रमण बढ़ने के साथ ही साथ जिले में भी सतर्कता बढ़ा दी गई है। कमिश्नर जयंत नार्लिकर के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम अब एनफ्लुएंजा के मरीजों को चिह्नित कर इसकी जांच कराएगी।
नोडल अधिकारी डा. आइए अंसारी ने बताया कि सभी सीएचसी, पीएचसी के चिकित्सक के नेतृत्व में सांस रोग के मरीजों को चिह्नित करने का कार्य किया जाएगा। इसके लिए प्रत्येक टीम में एक चिकित्सक के साथ दो आशा और दो स्वास्थ्य कर्मी को लगाया जाएगा। जो ग्रामीण क्षेत्रों से मरीजों का पता लगाकर उनकी जांच कराएंगी। उन्होंने बताया कि इनफ्लुएंजा श्वसन तंत्र का एक संक्रामक रोग है। एनफ्लुएंजा वायरस की शुरुआत खांसी, जुकाम, और हल्के बुखार के साथ होती है। यह वायरस हमारे शरीर में नाक, आंख, और मुंह से प्रवेश करता है। इसके अलावा इस वायरस से पीड़ित व्यक्ति के खांसने और छींकने पर अन्य व्यक्ति संपर्क में आता है, तो यह वायरस फैल सकता है। इस पर ध्यान न दिया जाए, तो खतरा बढ़ सकता है। इसमें थकान होती है, ठंड के साथ बुखार होता है, गले में कफ का जमाव होता है। समय से इलाज नहीं होने पर यह गंभीर हो जाता है। इसलिए ऐसे मरीजों को चिह्नित कर ्रउपचार करने की कार्रवाई की जाएगी। भारत आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की करें कोरोना जांच
डीएम डा.उज्ज्वल कुमार व एसपी प्रदीप गुप्ता ने शनिवार को सोनौली सीमा का औचक निरीक्षण किया। दोनों अधिकारियों ने कोरोना जांच शिविर की व्यवस्था देखी और नेपाल से भारत आने वाले हर व्यक्ति की जांच करने का निर्देश दिया। भारत-नेपाल की सीमा सोनौली में आठ नवंबर को कोरोना जांच शिविर स्थापित किया गया। डीएम ने कहा कि भारत आने वाले प्रवासियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसे गंभीरता से लेते हुए कोरोना जांच किए जाने की आवश्यकता है। एसपी ने मातहतों को नेपाल के अधिकारियों व पुलिस के बीच आपसी सहयोग बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सप्ताह में बैठक कर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करें। इस दौरान एसडीएम प्रमोद कुमार, सीओ अजय सिंह चौहान, चौकी प्रभारी अशोक कुमार आदि मौजूद रहे।