छात्राओं में व्यवहारिक ज्ञान आवश्यक
शैक्षिक के साथ व्यवहारिक ज्ञान के स्तर को बढ़ा कर ही बालिकाओं का समुचित विकास कर रही है
महराजगंज: शैक्षिक के साथ व्यवहारिक ज्ञान के स्तर को बढ़ा कर ही बालिकाओं का समुचित विकास किया जा सकता है। छात्राओं के व्यक्तित्व के विकास में मीना मंच का अहम योगदान है। जागरूकता के माध्यम से छात्राओं के व्यक्तित्व को निखारने का प्रयास किया जाए। यह बातें पूर्व माध्यमिक विद्यालय सिसवा अमहवा में सोमवार को मीना के जन्मदिन अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डायट प्राचार्य मसऊद अख्तर अंसारी ने कही। उन्होंने कहा कि मंच के माध्यम से छात्राओं को सामाजिक व स्वास्थ्य संबंधी ज्ञान भी मुहैया कराया जाए। डायट प्रवक्ता हेसामुद्दीन अंसारी ने कहा कि उंचाई पर चढ़ने के लिए झुकना पड़ता है। छात्र-छात्राएं अपने माता-पिता व अभिभावक का सदैव सम्मान करें व जीवन में सफलता के नए कीर्तिमान स्थापित करें। रेयाज अहमद खां ने कहा कि छात्र-छात्राओं को शिक्षा के स्तर को मजबूत बनाने के लिए नियमित स्कूल आना चाहिए। सुधाकर राय ने कहा कि बालिकाओं को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए समग्र पहल की आवश्यकता है। प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक सुनील पटेल ने कहा कि मीना ने गरीब परिवार में रहते हुए भी अन्य बच्चों को शिक्षा के प्रति प्रेरित किया। इससे पूर्व स्कूल की छात्राओं ने स्वागत गीत, सरस्वती वंदना व अन्य प्रस्तुतियों से लोगों की प्रशंसा बटोरी। प्रधानाध्यापिका अनीता पांडेय ने सभी के प्रति आभार ज्ञापित किया। इस दौरान सर्वेश श्रीवास्तव, अवनीश पटेल, ललित मोहन, शीला गुप्ता, अरूंधती तिवारी, राकेश अग्रहरि , अनिल कन्नौजिया, मधुसूदन आदि मौजूद रहे।