छाई रही धुंध, गलन बढ़ने से घरों में दुबके रहे लोग
प्रशासन ने पूर्व चयनित स्थलों पर अलाव जलवाने के लिए लेखपालों को दिशा निर्देश दिए हैं। जांच में अलाव नहीं मिलने पर हलका लेखपालों को दोषी माना जाएगा। उक्त निर्देश एडीएम कुंज बिहारी अग्रवाल ने दिए हैं। दिसंबर माह के अंत में धूप निकलने के बाद ठंड का प्रभाव कम हो गया था जिसे देखते हुए अलाव जलाने की तैयारी शिथिल पड़ गई थी। इधर तापमान में आई तेज गिरावट के बाद प्रशासन प्रमुख स्थलों पर अलाव जलवाने के लिए एकबार फिर सक्रिय हुआ है।
महराजगंज: सर्दी के सितम से लोगों को राहत नहीं मिल रही है। सोमवार को भी धूप नहीं निकली। सुबह घना कोहरा और दिनभर धुंध व बदरी छाई रही। तेज हवा से लोग कांप उठे।
ठंड बढ़ने से दिन भर लोग घरों में दुबके रहे। सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की व्यवस्था नाकाफी दिखी। सरकारी दफ्तरों में अधिकारी व कर्मचारी हीटर व ब्लोवर के सहारे ठंड भगाने की जुगत करते देखे गए। करीब सप्ताह भर से मौसम की उठापटक से लोग परेशान हो गए हैं। भगवान सूर्य बादलों की ओट में पूरी तरह से छिपे रहे। बर्फीली सर्द हवाएं व शीतलहरी से जाड़ा व गलन बढ़ती ही जा रही है। सोमवार को सुबह कोहरे के साथ दिन की शुरुआत हुई। दिन बढ़ने के साथ ठंड में भी इजाफा होता गया। धुंध के चलते दिन में भी लोग वाहनों की हेडलाइट जलाकर सड़कों पर निकले।
चयनित स्थलों पर अलाव जलाने के निर्देश
प्रशासन ने पूर्व चयनित स्थलों पर अलाव जलवाने के लिए लेखपालों को दिशा निर्देश दिए हैं। जांच में अलाव नहीं मिलने पर हलका लेखपालों को दोषी माना जाएगा। उक्त निर्देश एडीएम कुंज बिहारी अग्रवाल ने दिए हैं। दिसंबर माह के अंत में धूप निकलने के बाद ठंड का प्रभाव कम हो गया था, जिसे देखते हुए अलाव जलाने की तैयारी शिथिल पड़ गई थी। इधर तापमान में आई तेज गिरावट के बाद प्रशासन प्रमुख स्थलों पर अलाव जलवाने के लिए एकबार फिर सक्रिय हुआ है। अपर जिलाधिकारी कुंजविहारी अग्रवाल ने सभी तहसीलदारों को अलाव जलवाने के निर्देश दिए हैं। शुरुआत में स्वीकृत हुई प्रति तहसील 50-50 हजार की धनराशि में से ही लकड़ी का प्रबंध करने के लिए कहा गया है। नायब तहसीलदारों को इसकी मानिटरिग के लिए अधिकृत किया गया है।