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बिन मौसम बारिश से किसान हुए मायूस

किसान रामाश्रय चौधरी ने कहा कि गेहूं की कटाई के लिए हार्वेस्टर की तलाश कर रहा था लेकिन ऐन मौके पर बिन बादल बरसात ने सारी मेहनत पर पानी फेर दिया है। प्रशासन से मुआवजे की मांग की है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 20 Apr 2020 11:57 PM (IST)Updated: Tue, 21 Apr 2020 06:08 AM (IST)
बिन मौसम बारिश से किसान हुए मायूस
बिन मौसम बारिश से किसान हुए मायूस

महराजगंज : जिले में रविवार की शाम आई तेज हवा के साथ बारिश व ओलावृष्टि से गेहूं की फसल पर भारी नुकसान हुआ है।

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खेतों में पक कर तैयार खड़ी गेहूं की फसल बर्बाद हो गई है। जिन लोगों ने अभी तक गेहूं की कटाई नहीं कराई थी उन्हें नुकसान उठाना पड़ रहा है। आंधी और बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि से किसान मायूस हो गए हैं। इससे गेहूं की पैदावार में चौथाई नुकसान होने की संभावना व्यक्त की गई है। मौसम की बेरुखी से अब चिता बढ़ने लगी है। परेशान किसानों से पूछने पर उनका दर्द उभर कर सामने आया। सेमरा चंद्रौली निवासी किसान पड़ोही सिंह ने कहा कि बिना मौसम हुई बारिश से फसलों को नुकसान हुआ है। खेतों में पक कर तैयार खड़ी फसल ओला वृष्टि से गिर कर बर्बाद हो गई है। पिपरिया निवासी इश्तेखार हुसैन ने कहा कि पहले पहले ही हवा में फसल गिर कर गेहूं के दाने बर्बाद हो चुके हैं बाकी कसर इस ओलावृष्टि ने पूरी कर दी। श्यामदेउरवा निवासी ओमप्रकाश शर्मा ने कहा कि पहले ही सरसों, चना व अरहर की फसल नष्ट हो गई है। इस बारिश, ओलावृष्टि ने कमर तोड़ कर रख दिया। किसान रामाश्रय चौधरी ने कहा कि गेहूं की कटाई के लिए हार्वेस्टर की तलाश कर रहा था, लेकिन ऐन मौके पर बिन बादल बरसात ने सारी मेहनत पर पानी फेर दिया है। प्रशासन से मुआवजे की मांग की है।


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