नेपाल भेजा जा रहा भारतीय अनाज
महराजगंज:नौतनवा तहसील क्षेत्र में सरकार की गेहूं खरीद योजना का लाभ किसानों को नहीं मिल पा रहा है। तौ
महराजगंज:नौतनवा तहसील क्षेत्र में सरकार की गेहूं खरीद योजना का लाभ किसानों को नहीं मिल पा रहा है। तौल के अभाव में किसान निजी गल्ला कारोबारियों को समर्थन मूल्य से कम कीमत पर अपनी उपज बेचने को मजबूर हो रहे हैं। बावजूद इसके जनपद के प्रशासनिक अमले को किसानों को हो रही आर्थिक क्षति से कोई लेना देना नहीं है। शासन द्वारा नौतनवा तहसील क्षेत्र के साधन सहकारी समिति मंगलापुर, देवघट्टी, तरैनी, बैकुंठपुर, गजरही, सिरसिया सहित क्रय-विक्रय समिति नौतनवा को गेहूं तौल के लिए खरीद केंद्र बनाया गया है। नियमों के मुताबिक पंजीकरण करा चुके किसानों के गेहूं की तौल 1840 रुपये प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य की दर से एक अप्रैल से 15 जून के बीच होनी है, लेकिन जमीनी पड़ताल में प्रशासन के खोखले दावे की पोल खुलती नजर आ रही है। अधिकांश क्रय केंद्रों पर खरीद का बैनर लगाकर केंद्र प्रभारी नदारद हैं। अब तक एक भी क्विटल गेहूं की तौल न होने से केंद्रों पर सन्?नाटा पसरा हुआ है। वहीं दूसरी ओर गेहूं की फसल कटते ही किसानों की मजबूरी का फायदा उठाकर क्षेत्र में निजी दुकान संचालित कर रहे गल्ले के अवैध कारोबारी सक्रिय हो गए हैं और औने-पौने दाम पर तंगी से जूझ रहे किसानों की उपज को खरीद कर गोदामों में भर ले रहे हैं और मौका मिलते ही बिना नंबर प्लेट की पिकअप गाड़ियों में भरकर गेहूं की खेप को सरहद की ओर रवाना कर दे रहे हैं। उपजिलाधिकारी जसधीर सिंह ने कहा कि किसानों को समर्थन मूल्य का लाभ दिलाने के लिए क्रय केंद्र स्थापित किए गए हैं। तौल में तेजी लाने के लिए केंद्र प्रभारियों को सख्त दिशा-निर्देश दिए गए हैं।