आग उगल रहा सूरज, बेचैनी में कट रही लोगों की रात
महराजगंज: तपती धरती व आसमान से आग उगलती सूरज की किरणों ने लोगों की दौड़ती- भागती ¨जदगी की रफ्तार पर
महराजगंज: तपती धरती व आसमान से आग उगलती सूरज की किरणों ने लोगों की दौड़ती- भागती ¨जदगी की रफ्तार पर पूरी तरह ब्रेक लगा दिया है। बीते चार दिनों से अपना रौंद्र रूप दिखा रहे सूर्य देव ने लोगों को हैरान व परेशान करके रख दिया है। आलम यह है कि असहनीय गर्मी से बिलबिला रहे लोगों को न तो दिन में चैन है और न ही रात को राहत। परेशान लोग सुबह से शाम तक कई बार स्नान करके शरीर को राहत देने की कोशिश करते देखे जा रहे हैं। यही नहीं जरूरी कार्यों के लिए घर से बाहर निकले लोग सड़क के किनारे छायादार पेड़ देखते ही उसकी छांव में ठहर जा रहे हैं। जबकि चौक-चौराहों की ओर निकले लोगों के पांव शीतल पेय की दुकानों पर ही जाकर थम रहे हैं। बीते सोमवार को भीषण गर्मी से लोगों के साथ ही पशु पक्षी भी त्राहि-त्राहि कर रहे हैं। सुबह के समय आसमान से निकला सूरज कहर बरपाना शुरू कर दे रहा है। तीर की तरह चुभती किरणों से बचने के लिए लोग छायादार जगह की तालाश करते देखे जा रहे हैं।अधिकांश लोग दिन का पूरा समय खिड़की व दरवाजा खोलकर घरों के अंदर ही गुजार रहे हैं और बिना किसी आवश्यक जरूरत के बाहर नहीं निकल रहे हैं। हालत यह है कि जो सड़कें पैदल व वाहनों की आवाजाही से हमेशा गुलजार रहती थी, उन सड़कों पर अब दिन भर सन्नाटा पसरा हुआ हुआ है। निजी सवारी गाड़ियों व टैपों में सवार यात्री पसीने से तर- बतर होकर वाहन से नीचे उतर रहे हैं। इस प्रकार दिन भर तबाही मचाने के बाद शाम को जब सूरज पश्चिम दिशा में अस्ताचल हो रहा है, तब जाकर लोग अपने घरों से बाहर निकल रहे हैं और दुकान व बाजार में पहुंचकर अपने रोजमर्रा के समानों की खरीददारी व आवश्यक कार्यों को निपटाते देखे जा रहे हैं। रात में भी उमस भरी गर्मी से लोगों को तनिक भी राहत नहीं मिल रही है। शाम होते ही लोग दरवाजे पर चौकी व चारपाई डालकर पंखे से हवा झलना शुरू कर दे रहे हैं।