प्रत्येक ब्लाक में होगा एक माडल स्कूल व आंगनबाड़ी केंद्र
बच्चों की पढ़ाई के साथ मनोरंजन के भी होंगे साधन
महराजगंज: यूं तो जिले के परिषदीय विद्यालयों और आंगनबाड़ी केंद्रों का कायाकल्प हो रहा है। लेकिन इसमें भी प्रत्येक ब्लाक में एक स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र को माडल के रूप में विकसित किया जाएगा। जिले के 12 स्कूल और 12 आंगनबाड़ी केंद्र की सूरत सवरेंगी। इसके लिए कवायद तेज हो गई है।
चयनित माडल स्कूल में बच्चों को गुणात्मक शिक्षा मिलेगी। इसके लिए सभी माडल विद्यालय स्मार्ट क्लास के साथ-साथ शुद्ध पेयजल,
बालक-बालिका तथा दिव्यांग बच्चों के लिए शौचालय, रनिग वाटर, हैंड वॉशिग, ब्लैक बार्ड, सेनेटरी पैड वेडिग मशीन, सेनेटरी पैड डिस्पोजल मशीन, बिजली, पंखा, एलईडी प्रोजेक्टर, लाइब्रेरी, डायनिग हाल, शिक्षक-छात्र अनुपात, खेल मैदान आदि की सुविधाएं होंगी। जबकि माडल आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों के सेहत, सुपोषण के साथ सर्वांगीण विकास पर विशेष जोर दिया जाएगा। इन केंद्रों पर बच्चों की सेहत तथा सुपोषण पर बाल विकास परियोजना तथा राष्ट्रीय बाल किशोर स्वास्थ्य (आरबीएसके) की टीम विशेष ध्यान देगी। इन केंद्रों पर भी शुद्ध पेयजल, शौचालय, पंखा युक्त कमरे, बच्चों को बैठने के लिए छोटी कुर्सियां, एक्टीविटी सामग्री और किताबें, बच्चों की प्रगति जानने के लिए मूल्यांकन कार्ड, वजन मशीन आदि सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। केंद्र के पास पोषणयुक्त पौधे लगाए जाएंगे। इसकी निगरानी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता करेंगी।
मुख्य विकास अधिकारी गौरव सिंह सोगरवाल ने बताया कि स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों को माडल के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। चयनित स्कूल व केंद्र
महराजगंज: कंपोजिट विद्यालयों में ऊ टी खास, शेषपुर, गिरहिया, मोहनापुर, बैजनाथपुर, बसंतपुर तथा अमोड़ा तथा प्राथमिक विद्यालयों में खजुरिया, धानी द्वितीय,विशुनपुरा, सेमरा डाड़ी तथा परासखांड़ को शामिल किया है। आंगनबाड़ी केन्द्र मथुरा नगर, करमहा, मुंडेला कला, जहदा, मैनहवा व बरवा विद्यापति
(सभी विभागीय भवन में संचालित) तथा जड़ार, कांध, परसिया बाबू, मेदनीपुर, छपिया व बहोरपुर (सभी प्राथमिक विद्यालय में संचालित) को चिह्नित किया गया है।