कीड़े लगने से धान की फसल बर्बाद
तराई में किसानों के खरीफ की फसल इस बार बाढ़ की विभीषिका से बचा तो सैनिक कीटों ने उन्हें लीलना शुरू कर दिया है।
महराजगंज : तराई में किसानों के खरीफ की फसल इस बार बाढ़ की विभीषिका से बचा तो सैनिक कीटों ने उन्हें लीलना शुरू कर दिया है। पककर या फिर पकने को तैयार धान फसल पर इन दिनों कीड़ों ने हमला बोल दिया।
किसानों को उम्मीद था कि इस वर्ष बाढ़ से बची धान की अच्छी फसल होने से कुछ राहत मिलेगी, लेकिन जब धान फसल तैयार होने चला था, तो कीड़ा ने धान के बाली को चटकर दिया। पिछले दो तीन हफ्तों से कीड़े मकोड़े खेतों में लगे धान की फसल की बालियां को चटकर रहे हैं।
रेंगने वाले कीड़ों की फौज मेड़ की घास व विभिन्न पौधों व खेतों की दरारों में छिपे रहते हैं। यह कीड़ा भूरे रंग का होता है। अक्सर दिन व रात में लगी धान फसल के बाली को काटकर गिरा देते हैं या उसे खा जाते हैं। सदर तहसील के किसानों ने बताया कि 60 से 70 प्रतिशत धान फसल में कीड़ा लग जाने से बर्बाद हो गया है।
क्षेत्र के करमहां, बौलिया, परसामीर, सोनवल, सिदुरिया, भिटौली, पकड़ी, भैंसा, पीपरा खादर, रामपुर बुजुर्ग सहित आदि गांव में धान फसल के कीड़ा लगने से धान फसल बर्बाद हो गई है। किसान रामसंवारे गुप्ता, प्रेमसागर गुप्ता, जयशंकर त्रिपाठी, रघुवर, नागेंद्र मिश्रा, प्रदीप चौधरी आदि ने बताया कि इससे किसानों की समस्या बढ़ गई है। इसका सर्वें कराकर प्रशासन किसानों को मुआवजा दे। इधर कांग्रेस के पिछड़ा वर्ग प्रदेश महासचिव व किसान नेता राजू कुमार गुप्ता ने कहा कि कीड़ा लगने से हुई धान की बर्बादी का आकलन कराकर मुआवजा की मांग जिला प्रशासन से करेंगे।