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शिलापट हटाने को लेकर सपा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन, सौंपा ज्ञापन

जिलाध्यक्ष ने कहा कि पूर्ववर्ती समाजवादी पार्टी सरकार में 100 बेड वाला अत्याधुनिक जिला महिला चिकित्सालय का सन 2013 में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा शिलान्यास किया गया। तत्पश्चात वर्ष 2016 में इस बहुप्रतिक्षित जिला महिला चिकित्सालय का लोकार्पण लोक भवन सभागार लखनऊ से ई-गवर्नेस आनलाइन सिस्टम से किया गया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 23 Sep 2021 02:56 AM (IST)Updated: Thu, 23 Sep 2021 02:56 AM (IST)
शिलापट हटाने को लेकर सपा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन, सौंपा ज्ञापन
शिलापट हटाने को लेकर सपा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन, सौंपा ज्ञापन

महराजगंज: जिला महिला चिकित्सालय पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से संबंधित शिलापट हटाकर वर्तमान मुख्यमंत्री का शिलापट लगाए जाने का समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है। इसे लेकर सपा कार्यकर्ताओं में उबाल है। बुधवार को सपा जिलाध्यक्ष आमिर हुसैन के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा। जिलाध्यक्ष कहा कि एक सप्ताह के अंदर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नाम से शिलान्यास पट्टीका नहीं लगी तो कार्यकर्ता आंदोलन को बाध्य होंगे।

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जिलाध्यक्ष ने कहा कि पूर्ववर्ती समाजवादी पार्टी सरकार में 100 बेड वाला अत्याधुनिक जिला महिला चिकित्सालय का सन 2013 में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा शिलान्यास किया गया। तत्पश्चात वर्ष 2016 में इस बहुप्रतिक्षित जिला महिला चिकित्सालय का लोकार्पण लोक भवन सभागार लखनऊ से ई-गवर्नेस आनलाइन सिस्टम से किया गया। लेकिन अखिलेश यादव के नाम से संदर्भित शिलापट को हटाकर वर्तमान मुख्यमंत्री के नाम का शिलापट लगा दिया गया। जिससे कार्यकर्ताओं में आक्रोश है।

आवास विकास परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष सुशील कुमार टिबड़ेवाल, डा. कृष्णभान सिंह उर्फ किसान सिंह सैंथवार, श्रीपत आजाद, राजेश यादव, सुमन ओझा, विद्रेश कन्नौजिया, अमीर खान, जगदम्बा गुप्ता, अतुल पटेल, अमरनाथ उर्फ लल्ला यादव, जितेन्द्र यादव, राममिलन गौड़, विजय यादव, सतपाल यादव, तसव्वर हुसैन, परशुराम निषाद, अमित चौबे आदि उपस्थित रहे।

तीन साल से शस्त्र लाइसेंस वरासत के लिए दौड़ लगा रहे पूर्व विधायक पुत्र

महराजगंज : सदर विधानसभा क्षेत्र से 1977 में विधायक रहे दुक्खी प्रसाद के देहांत के तीन वर्ष बाद भी उनका शस्त्र उनके पुत्र के नाम से वरासत नहीं हो सका है। तीन वर्षों तक सरकारी कार्यालयों का चक्कर लगाने के बाद बुधवार को पूर्व विधायक पुत्र सोनू भारती ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है।

पूर्व विधायक पुत्र सोनू भारती ने बताया कि उनके पिता व पूर्व विधायक दुक्खी प्रसाद का जनवरी 2018 में ही निधन हो गया। निधन के बाद उनके नाम से जारी शस्त्र लाइसेंस के वरासत के लिए शस्त्र बाबू के वहां आवेदन किया था, लेकिन अबतक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। उन्होंने बताया कि इसके लिए कई बार शस्त्र बाबू के कार्यालय में पहुंचकर स्थिति जानने का भी प्रयास किया गया, लेकिन कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिल सका है। जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की गई है। वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी व शस्त्र लिपिक श्रीनाथ धर दुबे ने बताया कि जांच करा कर शीघ्र ही शस्त्र लाइसेंस वरासत की प्रक्रिया पूर्ण कराई जाएगी।


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