अस्पताल में ठंड से बचाव के इंतजाम नाकाफी
महराजगंज: जिले में ठंड ने आम जनजीवन को पूरी तरह से प्रभावित करने का कार्य किया है। गिर
महराजगंज: जिले में ठंड ने आम जनजीवन को पूरी तरह से प्रभावित करने का कार्य किया है। गिरते पारे से न सिर्फ गलन बढ़ गई है, बल्कि लोगों की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं। ठंड में जिला अस्पताल में इलाज कराने आने वाले मरीज व उनके साथ आने वाले परिजनों को जूझना पड़ रहा है। मरीजों को जहां घर से कंबल मंगाकर बचाव करना पड़ रहा है, वहीं यदि परिजन स्वयं बचाव की पहन न करें तो वे भी मरीज बन जाएंगे।
सामान्य दिनों की अपेक्षा ठंड में मरीजों की संख्या बढ़ जाती है। कड़ाके के ठंड के बावजूद भी प्रतिदिन लगभग एक हजार से अधिक मरीज इलाज के लिए जिला अस्पताल आ रहे हैं। औसतन इसमें से दर्जन भर मरीज कोल्ड डायरिया के हैं। कुछ मरीज ऐसे हैं जो जांच के बाद दवा के सहारे ठीक हो जा रहे हैं तो कुछ को भर्ती करना पड़ रहा है। जिन्हें भर्ती किया जा रहा है उन मरीजों के साथ परिजनों को भी अस्पताल में रुकना पड़ रहा है। अस्पताल के वार्ड में ठंड से बचाव की जो व्यवस्था की गई है, वह उद्देश्य को सार्थक करती नहीं दिख रही है। राहत तभी मिल रही है जब परिजन मरीज को स्वयं के साथ लाए कंबलों को उपलब्ध करा रहे हैं। यदि परिजन स्वयं बचकर न रहें तथा अपनी व्यवस्था से लैश होकर न आएं तो वह खुद मरीज बन जाएंगे।
जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. आरबी राम ने कहा कि मरीजों को सुविधा उपलब्ध कराने के लिए जिला अस्पताल प्रशासन कटिबद्ध है। वार्ड में ब्लोवर की व्यवस्था की गई है, गैलरी में रहने वाले परिजनों के लिए व्यवस्था न किए जाने में कुछ व्यवहारिक दिक्कतें हैं।
जिला अस्पताल के चिकित्सक डा. अमित विक्रम त्रिपाठी ने बताया कि ठंड से बचाव के लिए सभी को गर्म कपड़ों को पहनकर घर से निकलना चाहिए। हर व्यक्ति को गुनगुने पानी का प्रयोग करना चाहिए, खुले में नहीं सोना चाहिए। ब्लड प्रेशर के मरीजों को नियमित बीपी की जांच करा दवा लेनी चाहिए तथा शुगर के मरीजों को समय- समय पर अपनी जांच कराते रहनी चाहिए।