संपत्ति के लिए की थी बहनोई की हत्या
आरोपित साला सहित दो गिरफ्तार भेज गए जेल
महराजगंज: श्यामदेउरवा पुलिस ने चंद्रकेश पांडेय हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया है। संपत्ति के लिए साथी के साथ मिलकर साले ने बहनोई की हत्या की थी। हत्या में शामिल दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज दिया। एसपी रोहित सिंह सजवान ने बताया कि कुशीनगर जिले के अहिरौली थानाक्षेत्र के घोड़ादेउर निवासी चंद्रकेश पांडेय अपनी पत्नी उर्मिला के साथ चार वर्ष से ससुराल पिपरपाती में रहते थे। 30 जुलाई को चंद्रकेश पांडेय का शव नंदना गांव के नहर में मिला। शव की शिनाख्त साले कुलदीप तिवारी ने की। उसने नहर में डूबने की आशंका जताई और मुकदमा दर्ज कराया। मृतक चंद्रकेश चार दिनों से लापता थे। ससुराल पक्ष ने इसकी सूचना पुलिस को नहीं दी थी। इधर, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या की वजह सिर में चोट लगने से बताया गया। 14 अगस्त को मुकदमा हत्या में तरमीम कर दिया गया। संदेह के आधार पर पुलिस ने कुलदीप तिवारी से पूछताछ की। बुधवार को परतावल चौराहे से उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपित ने बताया कि उसके जीजा चंद्रकेश पांडेय परिवार के साथ लंबे समय से ससुराल में थे। उसे आशंका हो गई कि मां संपत्ति बहन और बहनोई के नाम कर सकती है। इसके बाद उसने गांव के दीपक विश्वकर्मा के साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई। 26 जुलाई की शाम आरोपित कुलदीप तिवारी, दीपक विश्वकर्मा नंदना नहर पर पहुंचे। उन्होंने चंद्रकेश पांडेय को बुलाया और नहर में धक्का दे दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों गांव में घूमते रहे। पर्दाफाश करने वाली टीम में एसएचओ विजय राज सिंह, कांस्टेबल राजेश भारती, सुजीत यादव, संजय, संजय यादव, अर्चना सिंह व संध्या यादव शामिल रही घर से मिला पुलिस को सुराग
चंद्रकेश पांडेय चार दिनों से लापता थे। इसकी गुमशुदगी तक नहीं दर्ज कराई गई। साले ने नहर में डूबने की आशंका जताई। 30 जुलाई को पुलिस ने परिवार के लोगों से पूछताछ की। सूत्रों का कहना है कि तीन अगस्त को आरोपित कुलदीप को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। सीओ सदर ने पूछताछ की। जिसमें सच्चाई सामने आ गई। साक्ष्य मिलने के बाद पुलिस ने घटना का पर्दाफाश कर मुकदमे के वादी से आरोपित बने कुलदीप और उसके साथी को जेल भेज दिया।