जिले की सीमाएं सील, सड़कों पर पुलिस की सख्ती
कतरारी के पास जिले की सीमा को सील कर दिया गया था। नेपाल बार्डर की 84 किमी सीमा को पहले से सील की गई थी। फरेंदा में गोरखपुर रोड पर बैरियर लगा दिया गया।
महराजगंज: बुधवार को पुलिस प्रशासन लॉक डाउन का सख्ती से पालन कराया। जिले की सीमाओं को रात में सील कर दिया गया। जगह-जगह बैरिकेडिग कर पुलिस की ड्यूटी लगा दी गई। चेकिग के लिए चौकी प्रभारी व दारोगाओं को मातहतों के साथ विभिन्न जगहों पर तैनात किया गया था। एसएचओ पूरे दिन क्षेत्र में भ्रमण करते रहे। इसके साथ ही वह कोरोना से बचाने के लिए लाकडाउन के दौरान घरों में रहने की अपील करते रहे। इमरजेंसी वाहनों को छोड़कर अन्य किसी भी वाहनों की इंट्री नहीं हो पाई। दोपहर बाद जिले की सभी सड़कें सुनी हो गईं । गोरखपुर-सोनौली नेशनल हाईवे हो या एनएच-730, सब का नजारा एक जैसा दिखा। गोरखपुर-महराजगंज रोड व महराजगंज-निचलौल पर कतरारी, श्यामदेउरवा, परतावल, भिटौली, नगर तिराहा, सिदुरिया आदि स्थानों पर बैरियर लगाकर चेकिग की जा रही थी।
लाकडाउन में सख्ती के दौरान पुलिस वाले कई जगहों पर आम लोगों से उलझ गए। चेकिग के नाम पर लोगों से परिचय पत्र, गाड़ी का कागज मांगा जाने लगे। उच्चाधिकारियों की सख्ती के बाद चौकी प्रभारी नरम पड़ गए। यहीं सीन नेपाल बार्डर के सीमाओं पर देखा गया। कई जगहों पर पुलिस को लाठी पटकनी पड़ी। बात नहीं मानने पर मुकदमे की चेतावनी देकर छोड़ दिया गया। कोतवाली की मोबाइल टीम पर चल रहे दारोगा ने कई बाइक सवारों को घंटों परेशान किया गया। स्थिति का जायजा लेने के लिए सुबह 10 बजे से डीएम डा.उज्ज्वल कुमार व एसपी रोहित सिंह सजवान साथ में घूमते रहे। दोनों अधिकारी लाक डाउन का सख्ती से पालन करने में जुटे रहे।
सीओ, थाना प्रभारी क्षेत्र में माइक से लाक डाउन की जानकारी देते रहे। यह सिलसिला मंगलवार की देर रात से ही शुरू हो गया, ताकि समय रहते लोगों तक सूचनाएं पहुंच जाए। सुबह 10 बजे के बाद पुलिस ने मेडिकल स्टोर छोड़कर सभी दुकानों को बंद करवा दिया। जिला अस्पताल के बाहर मरीजों के साथ पहुंचे परिजन काफी डरे हुए थे। गोरखपुर-महराजगंज हाईवे पर पांच जगह बैरियर लगाए गए थे। कतरारी के पास जिले की सीमा को सील कर दिया गया था। नेपाल बार्डर की 84 किमी सीमा को पहले से सील की गई थी। फरेंदा में गोरखपुर रोड पर बैरियर लगा दिया गया। कुशीनगर व संतकबीरनगर से जुड़ने वाली सीमाओं पर पुलिस का पहरा कड़ा था। सरकारी गाड़ी, एंबुलेंस व अन्य वाहनों को जाने दिया गया। जगह-जगह पुलिस सतर्क रही।
सुबह से सड़कों पर वाहनों की आवाजाही कम रही। नगर तिराहे पर सघन चेकिग के बाद एक दो वाहनों को आने दिया गया। सक्सेना तिराहे पर तीनों तरफ से सड़क पर बैरियर लगाया गया था। बैंक, मेडिकल स्टोर व सब्जी की दुकानों को छोड़कर पुलिस ने सभी दुकानों को बंद करवा दिया। यहां तक की चाय पानी की दुकानें भी बंद रही। जिसकी वजह से लोग पानी के लिए तरस गए। फरेंदा रोड, सिविल लाइन रोड, मऊपाकड़, कालेज रोड, हनुमानगढ़ी, मुख्यालय, कलेक्ट्रेट, पुलिस आफिस, विकास भवन में दो चार कर्मचारी ही नजर आए।