सेटेलाइट से जुड़ेंगे भारत-नेपाल सरहद निर्धारित करने वाले स्तंभ
भारत-नेपाल की खुली सीमा पर सरहद निर्धारण करने वाले स्तभों को सेटेलाइट से जोड़ा जाएगा।
महराजगंज: भारत-नेपाल की खुली सीमा पर सरहद निर्धारण करने वाले स्तभों को सेटेलाइट से जोड़ा जाएगा। यह निर्णय बीते सात से नौ सितंबर को देहरादून में आयोजित 11वें सर्वे ऑफिसर्स कमेटी की बैठक में दोनों देशों के अधिकारियों ने संयुक्त रूप से लिया है।
यह जानकारी नेपाल के सरहद नाप विभाग के उप महानिदेशक करुणा केसी ने शुक्रवार को काठमांडू में पत्रकारों से बातचीत में दी। उन्होंने बताया कि दशहरा बाद सीमा स्तंभों को सेटेलाइट से जोड़ने का काम शुरू हो जाएगा।
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इस तरह सेटेलाइट से जुड़ेंगे सीमा स्तंभ
नेपाल के सरहद नाप विभाग के प्रमुख अधिकारी दयानंद जोशी ने बताया कि जीपीएस प्रणाली पर आधारित ग्लोबल नेविगेशन सेटेलाइट सिस्टम (द्दहृस्स्) नामक एक अत्याधुनिक डिजिटल तकनीक से सीमा स्तंभों को सेटेलाइट से जोड़ा जाएगा। जिसके संयंत्र स्तंभों पर विशेष तकनीक से लगाए जाएंगे। जिनकी निगरानी के लिए कुल 40 कंट्रोल प्वाइंट से की जाएगी। स्तंभों के इस आधुनिकीकरण में भारत-नेपाल की संयुक्त तीन टीमें काम करेंगी।