इंसेफ्लाइटिस को लेकर सतर्क रहें: एडी
अपर निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डा. जनार्दन प्रसाद ने इंसेफ्लाइटिस सहित स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की समीक्षा की और इंसेफ्लाइटिस को लेकर चिकित्सकों को गंभीर रहने का निर्देश दिया।
महराजगंज: अपर निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डा. जनार्दन प्रसाद ने इंसेफ्लाइटिस सहित स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की समीक्षा की और इंसेफ्लाइटिस को लेकर चिकित्सकों को गंभीर रहने का निर्देश दिया।
मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में बैठक को संबोधित करते अपर निदेशक डा. त्रिपाठी ने कहा कि मुसहर, वनटांगिया गांवों में इंसेफ्लाइटिस से बचाव के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार कर जागरूकता फैलाएं। इंसेफ्लाइटिस से प्रभावित बच्चों के ठीक होने के बाद भी उन पर नजर रखें। आशा उन बच्चों के घर जाएं, और उनका समय-समय पर सीएचसी, पीएचसी पर स्वास्थ्य परीक्षण कराएं। उनके कहीं कोई समस्या है, तो तत्काल उपचार कराएं। अगर किसी प्रकार की दिव्यांगता आती है, तो उनका इलाज कराते हुए उच्चाधिकारियों से संपर्क स्थापित कर उपकरण की व्यवस्था सुनिश्चित करें। चिकित्सक भी आशा और एएनएम का इस कार्य में भरपूर सहयोग करें। उन्होंने कहा कि 2017-18 और 2019-20 के इंसेफ्लाइटिस प्रभावित बच्चों को इस ट्रेकिग शामिल किया जाए। जिला अस्पताल में एक जनवरी तक अब तक भर्ती कुल 60 इंसेफ्लाइटिस मरीजों में से सिर्फ 31 मरीज का ही केस इन्वेस्टिगेसन फार्म प्राप्त होने पर अपर निदेशक ने नाराजगी जाहिर करते हुए सभी केस इन्वेस्टिगेसन फार्म उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। बैठक में संयुक्त निदेशक डा. एके गर्ग, डा. वीके श्रीवास्तव, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. क्षमाशंकर पांडेय, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. विवेक श्रीवास्तव, एमवाइसी,नोडल अधिकारी आदि उपस्थित रहे।