मुद्रा योजना से दूर हुई 800 लोगों की बेरोजगारी
महराजगंज: बेरोजगारों की बेरोजगारी को दूर करने तथा उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से केंद्र सरक
महराजगंज: बेरोजगारों की बेरोजगारी को दूर करने तथा उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार द्वारा प्रारंभ की गई प्रधानमंत्री मुद्रा योजना से जिले के 800 से अधिक लाभार्थियों की समस्या दूर हुई है। योजना के तहत मिले ऋण से लाभार्थी जहां अपने व्यवसाय को बढ़ा रहे हैं, वहीं अपने जीवन स्तर को भी सुधार रहे हैं। योजना में चार बैंकों की प्रगति अभी भी शून्य मिली है। मुद्रा योजना के तहत ऋण के इच्छुक बेरोजगारों को शिशु ऋण के रूप में 50 हजार तक, किशोर ऋण के रूप में 50 हजार से पांच लाख तक तथा तरूण ऋण के रूप में पांच से 10 लाख रुपये तक का ऋण प्रदान किया जाता है। योजना में जिले में स्थित बैंकों को 6500 का लक्ष्य दिया गया, जिसके सापेक्ष बैंकों ने अब तक 800 से अधिक आवेदकों को लगभग 20 करोड़ से अधिक की धनराशि वितरित की है। 19 बैंकों में से चार ऐसे भी बैंक हैं जिन्होंने अभी तक अपना खाता भी नहीं खोला है। यदि सारे बैंकों ने योजना की गंभीरता को देखते हुए ऋण वितरण किया होता तो अन्य बेरोजगारों की भी समस्या दूर हुई होती।
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किशोर ऋण बना लाभार्थियों की पहली पसंद:
योजना के तहत वैसे तो कुल 800 से अधिक लाभार्थियों को लाभ मिला है मगर इसमें 50 फीसद लाभार्थी ऐसे हैं जिन्होंने किशोर ऋण का लाभ प्राप्त किया है। दूसरे नंबर पर लाभार्थियों की रूचि शिशु ऋण में दिख रही है। बड़ी धनराशि की वजह से तरूण ऋण के प्रति लोगों में शिशु व किशोर की तुलना में कम रूचि देखी जा रही है।
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योजना की प्रगति सुधारने की दिशा में चल रहा प्रयास: मुख्य प्रबंधक
मार्गदर्शी बैंक के मुख्य प्रबंधक एसके श्रीवास्तव ने बताया कि लक्ष्य के सापेक्ष उपलब्धि कम है। जिन बैंकों की उपलब्धि शून्य है उन्हें विशेष प्रयास कर लाभार्थियों को लाभ देने को कहा गया है। जिन बैंकों की प्रगति कम है, उनके जिम्मेदारों को सुधारने का निर्देश दिया गया है।