धुएं व धमाके से होशियार रहें बच्चे व बीमार
दीपावली पर बचे व बीमार धुएं व धमाके से होशियार रहें। सांस व दिल के मरीज की तरह दिमाग से जुड़ी बीमारियों के मरीज भी दीपावली पर खतरे के निशाने पर आ जाते हैं।
महराजगंज : दीपावली पर बच्चे व बीमार धुएं व धमाके से होशियार रहें। सांस व दिल के मरीज की तरह दिमाग से जुड़ी बीमारियों के मरीज भी दीपावली पर खतरे के निशाने पर आ जाते हैं। धुएं, धमाके इन मरीजों के लिए जानलेवा बन जाती है। इसलिए बीमार लोगों को शोरगुल वाली जगहों में जाने से जहां बचना चाहिए, वहीं आतिशबाजी करने वालों को भी इसका ख्याल करना चाहिए। दीपावली के पर्व पर अपनी खुशियों के साथ दूसरे के सुविधा का ध्यान रखना चाहिए। उत्साह में कोई ऐसा कार्य नहीं करें, जिससे मरीजों को तकलीफ हो। क्योंकि तेज आवाज वाले आतिशबाजी के धमाके और धुएं मरीजों के लिए जानलेवा है।
डा. आरपी राय तेज आवाज वाले पटाखे हृदय रोगियों के लिए हार्ट अटैक तक की वजह बन सकते हैं। दिल के मरीज घर के अंदर ही रहने की कोशिश करें। अपनी दवा समय पर लेना न भूलें। पटाखा छोड़ने वालों को भी मरीजों की सुविधा का ध्यान रखना चाहिए। पटाखे का धुआं काफी नुकसानदायक होता है। इसके धुएं से आखों पर भी दुष्प्रभाव पड़ता है। इसकी चिनगारी से आंखों की रोशनी तक जाने का खतरा बना रहता है। पटाखा छोड़ते समय काफी सावधानी बरतने की जरूरत है। अगर कोई दिक्कत हो तो तत्काल चिकित्सक से संपर्क करें।
सांस-अस्थमा के मरीज दीपावली पर पटाखों के धुएं से बचकर रहें। यह जहरीला धुआं ही अस्थमा के मरीजों में अटैक की सबसे बड़ी वजह बनता है। मरीज बाहर कतई न निकलें। समस्या होने पर स्पेशलिस्ट से संपर्क करें। बच्चों को भी इस धुएं से दूर रखें।
डा. एसके वर्मा
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