जेई-एईएस से बचाव के लिए जागरूकता आवश्यक
महराजगंज: जापानी इंसेफ्लाइटिस व संभावित मस्तिष्क ज्वर के प्रभाव को कम करने के लिए बच्चों व ग्रामीणो
महराजगंज: जापानी इंसेफ्लाइटिस व संभावित मस्तिष्क ज्वर के प्रभाव को कम करने के लिए बच्चों व ग्रामीणों को जागरूक करना आवश्यक है। शिक्षक जेई-एईएस के बारे में जानकारी प्राप्त करें तथा दो से 16 अप्रैल तक जिले में चलने वाले दस्तक अभियान के बारे में बच्चों व उनके अभिभावकों को प्रभावी जानकारी दें तथा उसे सफल बनाएं।
यह बातें सदर बीआरसी के प्रशिक्षण कक्ष में बुधवार को परिषदीय स्कूलों के छह ब्लाकों के नोडल शिक्षकों के प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. क्षमाशंकर पांडेय ने कही। उन्होंने कहा कि विद्यालय परिसर व बच्चों की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए। यूनिसेफ के जिला समन्वयक आदर्श त्रिपाठी ने कहा कि समाज में स्वच्छता का विकास करके ही बीमारियों को कम किया जा सकता है। सभी स्वच्छता को बढ़ावा देने की पहल करें। यूनिसेफ से आए प्रशिक्षक श्यामसुंदर शर्मा ने कहा कि जेई-एईएस गंभीर बीमारी है, इसे लेकर सभी को गंभीर रहना चाहिए। इससे बचाव के लिए अन्य को भी प्रेरित किया जाना चाहिए। प्रशिक्षक भागवत ¨सह ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में अशिक्षा के कारण लोग जापानी इंसेफ्लाइटिस व संभावित मस्तिष्क ज्वर से बचाव की पहल नहीं करते। शिक्षक बच्चों व उनके परिजनों को बचाव के लिए उठाए जाने वाले कदम के बारे में प्रेरित करें। प्रशिक्षक उमेश शाही, सदर के पूर्व सह समन्वयक रेयाज अहमद खां आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस दौरान बड़ी संख्या में नोडल शिक्षक मौजूद रहे।