नेपाल से लापता हुए 321 रोहिग्या, सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट
पड़ोसी देश नेपाल में पर्यटक वीजा के आधार पर घूमने आए 321 रोहिग्या समेत 1043 विदेशी नागरिक भूमिगत हो गए हैं। इन लोगों का कोई रिकार्ड नेपाल सरकार के पास नहीं है। इस संबंध में गृह मंत्रालय ने सभी जिला मुख्यालयों को लापता लोगों की सूची जारी कर विदेशियों के खोजबीन का निर्देश दिया है।
महराजगंज: पड़ोसी देश नेपाल में पर्यटक वीजा के आधार पर घूमने आए 321 रोहिग्या समेत 1043 विदेशी नागरिक भूमिगत हो गए हैं। इन लोगों का कोई रिकार्ड नेपाल सरकार के पास नहीं है। इस संबंध में गृह मंत्रालय ने सभी जिला मुख्यालयों को लापता लोगों की सूची जारी कर विदेशियों के खोजबीन का निर्देश दिया है। नेपाल में बड़ी संख्या में विदेशियों के लापता होने का इनपुट मिलने पर भारतीय सीमा पर सुरक्षा एजेंसियां भी सतर्क हो गईं हैं । भारत-नेपाल के अधिकारियों की समन्वय बैठक में भी इस मुद्दे पर चर्चा हुई थी। गृह मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक 1043 विदेशी नागरिक ऐसे हैं , जिनके नेपाल में रहने की वीजा अवधि समाप्त हो गई है। नेपाली गृह मंत्रालय के प्रवक्ता रामकृष्ण सुवेदी के मुताबिक जिसमें 722 विभिन्न देशों के रहने वाले व 321 रोहिग्या शरणार्थी हैं। लापता लोगों में बांग्लादेश, म्यांमार, पाकिस्तान, श्रीलंका, अफगानिस्तान के नागरिकों की संख्या सर्वाधिक है। काठमांडू के समीप दो सौ रोहिग्या परिवारों के करीब सात सौ सदस्य 2012 से रह रहे हैं। लापता लोगों में इन बस्ती के लोगों की संख्या सर्वाधिक है। आशंका व्यक्त की जा रही है कि 321 रोहिग्या समेत 1043 विदेशी या तो नेपाल से खुली सीमा का लाभ उठा कर भारत आ गए हैं , या फिर नेपाल में ही अपनी पहचान छिपा कर रह रहे हैं। एसपी रोहित सिंह सजवान ने कहा कि भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं। पुलिस व एसएसबी की संयुक्त टीम द्वारा गश्त कर देश विरोधी तत्वों पर नजर रखी जाती है। बिना जांच -पड़ताल के किसी को भी सीमा पार करने की अनुमति नहीं है। जहां तक नेपाल से लापता हुए लोगों का सवाल है ,तो खुफिया एजेंसियों से मिले इनपुट के आधार पर आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
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