108 गांव के 320 हैंडपंप खराब, पानी का संकट
आम जनता दूषित जल पीने के लिए मजबूर है।
महराजगंज: निचलौल विकास खंड के गांवों में ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल मुहैया नहीं हो पा रहा है। जिसके कारण आम जनता दूषित जल पीने के लिए मजबूर है। गांवों में लगे अधिकांश हैंडपंप खराब हैं या तो दूषित जल उगल रहे हैं। जिससे ग्रामीण जल जनित बीमारियों के चपेट में आ रहे हैं। इसके कारण लोगों की परेशानी बढ़ गई है। शिकायत के बाद भी जिम्मेदार मौन हैं। निचलौल ब्लाक क्षेत्र के 108 गांवों में सरकारी आकंड़े के अनुसार 2816 हैंडपंप लगाए गए हैं। जिसमे 320 हैंडपंप खराब पड़े हुए हैं। जिसे विभाग ने सर्वे कराकर 210 हैंडपंप रिबोर कराने के लिए ग्राम पंचायतों को निर्देशित भी कर दिया है। बावजूद इसके अभी हैंडपंप की मरम्मत नहीं हो सकी है। एडीओ पंचायत मुक्तिनाथ गुप्ता ने बताया कि सभी ग्राम पंचायतों को हैंडपंप के मरम्मत व रिबोर के लिए निर्देशित किया गया है। सर्वे के अनुसार जिन गांवों में हैंडपंप खराब हैं। उनसे जवाब-तलब किया जाएगा। ग्राम बैठवलिया निवासी प्रभाकर जायसवाल ने कहा कि गांव में लगाए गए कई हैंडपंप खराब हो चुके है। निचलौल बहुआर मुख्य मार्ग पर हनुमान मंदिर के पास खबर हैंडपंप को ठीक कराने की मांग करने के बाद भी उसे ठीक नहीं कराया गया है। ग्राम बूढ़ाडीह निवासी विनोद गौड़ ने बताया कि क्षेत्र के ज्यादातर हैंडपंप खराब पड़े है। ग्राम पंचायतों के जिम्मे होने के बाद भी उसका मरम्मत नहीं हो पा रहा है। जिससे लोगों को दूषित जल पीना पड़ रहा है।