23 बच्चे बुखार से पीड़ित, छह एईएस की चपेट में
महराजगंज तराई के मौसम में अचानक परिवर्तन होने से तराई के मौसम में अचानक परिवर्तन होने से जहां बुखार से पीड़ित 23 बच्चे जिला अस्पताल में भर्ती कराए गए हैं वहीं छह एईएस की चपेट में है। जबकि निचलौल में संभावित चमकी का एक मरीज राजन मेडिकल कालेज रेफर किया गया वहीं गुड़िया की हालत में सुधार बताई जा रही है।
महराजगंज: तराई के मौसम में अचानक परिवर्तन होने से जहां बुखार से पीड़ित 23 बच्चे जिला अस्पताल में भर्ती कराए गए हैं, वहीं छह एईएस की चपेट में है। जबकि निचलौल में संभावित चमकी का एक मरीज राजन मेडिकल कालेज रेफर किया गया, वहीं गुड़िया की हालत में सुधार बताई जा रही है।
यूं तो भले ही इंसेफ्लाइटिस से मौतों का ग्राफ जनपद में पिछले वर्षों की अपेक्षा कम हुआ है, लेकिन मरीजों की संख्या में कमी नहीं आ रही है। आए दिन जिला अस्पताल में मरीज भर्ती किए जा रहे हैं। मरीजों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट है। इंसेफ्लाइटिस वार्ड में चिकित्सकों व स्टाफ नर्सों की विशेष निगरानी में मरीजों का इलाज किया जा रहा है। वर्तमान में बुखार, झटका आना आदि के 23 मरीज भर्ती हैं, जबकि सोनम, तमन्ना, रीता, रानी, सेहराना खातून और सीमा एईएस वार्ड में भर्ती हो, जिदगी के लिए जद्दोजदह कर रही हैं। अस्पताल में भर्ती बच्चों को सहारा दिए माता-पिता की वेदना और मासूमों के बिस्तर की सिलवंटें उनके दर्द की तड़प को बयां कर रही हैं। इसमें सोनम को निचलौल सीएचसी के चिकित्सक ने चमकी बुखार का लक्षण बता रविवार को रेफर किया था। जबकि संभावित चमकी का एक मरीज राजन को जिला अस्पताल से मेडिकल कालेज रेफर किया गया। यहां चिकित्सकों की माने तो उसमें एईएस के लक्षण मिले थे। हालांकि निचलौल की ही गुड़िया की हालत में सुधार है। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. आरबी राम ने कहा कि एईएस वार्ड में सोनम और गुड़िया को भर्ती कराया गया है। सोनम की हालत में सुधार है। सोनम का इलाज चल रहा है।