14 मरीजों ने जीती कोरोना से जंग, एक मिला संक्रमित
जिले में अब कोरोना मरीजों की संख्या 5640 हो गई है। इसमें 88 मरीजों की मौत हो चुकी है। जबकि अब तक कुल 5451 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। जिलाधिकारी डा. उज्ज्वल कुमार ने बताया कि आमजन कोरोना को लेकर लापरवाही न बरतें। पर्व का माहौल चल रहा है। भीड़ एकत्रित न करें। सतर्कता ही सुरक्षा है। घर से बाहर निकलते मास्क जरूर लगाएं।
महराजगंज: कोरोना को लेकर राहत भरी खबर है। गुरुवार को जहां सिर्फ एक मरीज के संक्रमित होने की रिपोर्ट आई है, वहीं 24 घंटे में 14 मरीजों ने कोरोना से जंग जीत ली है।
जिले में अब कोरोना मरीजों की संख्या 5640 हो गई है। इसमें 88 मरीजों की मौत हो चुकी है। जबकि अब तक कुल 5451 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। जिलाधिकारी डा. उज्ज्वल कुमार ने बताया कि आमजन कोरोना को लेकर लापरवाही न बरतें। पर्व का माहौल चल रहा है। भीड़ एकत्रित न करें। सतर्कता ही सुरक्षा है। घर से बाहर निकलते मास्क जरूर लगाएं। हाथों को साबुन से धुलते रहें। बाइक चालक और उस पर बैठे सवारी दोनों हर हाल में मास्क लगाएं। कोविड-19 से बचाव के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय के जारी गाइड लाइन का पालन नहीं करने पर कार्रवाई की जाएगी। चिकित्सक नदारद, परेशान रहे मरीज
नौतनवा क्षेत्र स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थिति ठीक नहीं है। 30 बेड के अस्पताल में लोगों को प्यास बुझाने के लिए एक मात्र इंडिया मार्क हैंड पंप है। जबकि दूसरा हैंडपंप शोपीस बना हुआ है। कूड़े दान के अभाव में परिसर में जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है। जागरण ने गुरुवार को अस्पताल की पड़ताल की। महिला चिकित्सक की कुर्सी खाली दिखी और अन्य चिकित्सकों के दरवाजों पर ताला लटका मिला। परिसर में खड़ी महिला मरीज चिकित्सक का इंतजार करती देखी गईं। वहीं दूसरी तरफ महिला डाक्टर की अनुपस्थिति में दूरदराज से आई महिलाएं स्टाफ नर्सो के पास उपचार करवा रही थीं। डाक्टर इंद्रजीत सिंह ने महिलाओं को दवा उपलब्ध कराई। सोनौली कोतवाली क्षेत्र के जारा गांव निवासी पल्टू पत्नी के लिए क्षयरोग की दवा लेने आए थे, लेकिन चिकित्सक के नहीं रहने से दवा नहीं मिली। अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा चिकित्साधिकारी डा. अशोक कुमार ने कहा कि लापरवाह चिकित्साकर्मियों की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी।