Lucknow: गोरखनाथ मठ पर टिप्पणी करने वाला YouTuber गिरफ्तार, सपा मीडिया सेल के ट्विटर हैंडल से हुआ था ट्वीट
Lucknow News सपा मीडिया सेल से गोरखनाथ मठ के बारे में एक आप्पतिजनक ट्वीट पोस्ट किए जाने के मामले में पुलिस ने एक यूट्यूबर को गिरफ्तार किया है। वहीं सपा नेताओं ने कहा कि गिरफ्तार किया गया व्यक्ति समाजवादी पार्टी से नहीं जुड़ा है।
लखनऊ (पीटीआइ)। उत्तर प्रदेश पुलिस ने समाजवादी पार्टी के मीडिया प्रकोष्ठ के ट्विटर हैंडल से आपत्तिजनक ट्वीट करने के आरोप में एक यूट्यूबर को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। वहीं सपा नेताओं ने कहा कि गिरफ्तार व्यक्ति का पार्टी से कोई संबंध नहीं है।
गोरखनाथ मठ पर आप्पतिजनक टिप्पणी
पुलिस ने कहा कि 23 नवंबर को पत्रकार मनीष पांडे ने हजरतगंज थाने में एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ एसपी मीडिया सेल का ट्विटर हैंडल (@MediaCellSP) चलाने की शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि सपा मीडिया सेल से गोरखनाथ मठ के बारे में एक आप्पतिजनक ट्वीट पोस्ट किया गया। इस पर उन्होंने ऐसी पोस्ट न करने के बारे में कहा, क्योंकि मठ करोड़ों लोगों की भक्ति का केंद्र है। इसके बाद शिकायतकर्ता पर भी ट्विटर हैंडल से 'अपमानजनक और अपमानजनक' ट्वीट किए गए।
मठ के लोगों पर अवैध खनन का आरोप
वहीं सपा मीडिया सेल ने 20 नवंबर को एक ट्वीट में आरोप लगाया था कि मठ के लोग अवैध खनन में शामिल हैं। हालांकि, ट्वीट में किसी का नाम नहीं था। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त, हजरतगंज, अरविंद कुमार वर्मा ने पीटीआई को बताया कि प्रथम दृष्टया यह जानकारी सामने आयी है कि अनिल यादव ने सपा मीडिया सेल के ट्विटर हैंडल से ट्वीट पोस्ट किए थे। उन्होंने कहा कि मामले की विस्तृत जांच की जा रही है।
इन धाराओं में हुई गिरफ्तारी
पुलिस ने यूट्यूब चैनल चलाने वाले अनिल यादव को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया था। धारा 153 ए (धर्म के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), 295 ए (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के उद्देश्य से जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कार्य), 504 (जानबूझकर अपमान), 505 (किसी भी बयान, अफवाह या प्रचार को प्रकाशित या प्रसारित करना) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
सपा नेताओं ने कहा आरोपित पार्टी का नहीं
वहीं संपर्क करने पर सपा नेताओं ने कहा कि यादव किसी भी तरह से पार्टी से नहीं जुड़े हैं। शनिवार को सिलसिलेवार ट्वीट कर सपा मीडिया प्रकोष्ठ ने कहा, 'पत्रकार अनिल यादव अपने यूट्यूब चैनल के माध्यम से भाजपा सरकार में लोगों पर हो रहे अत्याचार और अन्याय का पर्दाफाश कर रहे थे।' आरोप लगाया कि इससे नाराज होकर, भाजपा सरकार ने उन्हें असंवैधानिक रूप से गिरफ्तार कर लिया। सपा मीडिया सेल ने कहा, अनिल यादव को तुरंत रिहा किया जाना चाहिए और सम्मान के साथ घर वापस भेजा जाना चाहिए। भाजपा सरकार लोकतंत्र का गला घोंट रही है और संविधान का अपमान कर रही है।