लखनऊ में नौकरी दिलाने के नाम पर युवक से ठगी, रुपये मांगने पर पिटाई कर बनाया बंधक
लखनऊ में पीएम और केंद्रीय मंत्री का इंटरनल रिपोर्टर बताकर जालसाज ने युवक को लिया था भरोसे में। ठगी का अहसास होने पर रुपये मांगने पर पीटने का आरोप। पुलिस कमिश्नर के आदेश पर जानकीपुरम कोतवाली में आरोपितों के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। स्वास्थ्य विभाग में एक बेरोजगार को नौकरी दिलाने का झांसा देकर जालसाज ने 2.10 लाख रुपये ठग लिए। विरोध पर साथियों के साथ मिलकर जमकर पीटा भी। जालसाज ने खुद को पीएम और केंद्रीय मंत्री का इंटरनल रिपोर्टर बताते हुए ऊंची पहुंच का हवाला दिया था। मामले की जानकारी पर पुलिस कमिश्नर ने जांच के आदेश दिए। इसके बाद जालसाज के खिलाफ जानकीपुरम कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया।
जानकी विहार कालोनी में रहने वाले ब्रजेश कुमार चौधरी प्राइवेट नौकरी करते हैं। ब्रजेश के मुताबिक वह बीते कई सालों से सरकारी नौकरी की तलाश में थे। वर्ष 2018 में उनकी मुलाकात बलरामपुर में रहने वाले हरीश कुमार श्रीवास्तव से हुई। हरीश यहां बाबूगंज में रहते हैं। हरीश ने खुद को पीएम और एक केंद्रीय मंत्री का इंटरनल रिपोर्टर बताते हुए ऊंची पहुंच का हवाला दिया था। नौकरी के लिए हरीश ने तीन लाख रुपये का खर्च बताया। इस पर उसने इतने रुपये देने पर असमर्थता जताई। इसके बाद हरीश ने कहा कि ढाई लाख दे दो 50 हजार नौकरी लगने के बाद देना।
रुपये पूरे नहीं थे इस लिए नवंबर 2021 को हरीश के बैंक खाते में 2.10 लाख रुपये ट्रांसफर किए। बाकी के नौकरी लगने के बाद देने थे। रुपये ट्रांसफर होने के बाद कई माह बीत गए पर नौकरी नहीं लगी। हरीश ने फोन पर बात करना भी कम कर दिया। दबाब बनाने पर टाल मटोल करने लगे। रुपयों की मांग की तो बीती दो जनवरी को आकांक्षा परिसर में हरीश ने मिलने के लिए बुलाया। इसके बाद वहां चार से पांच अन्य साथियों के साथ मिलकर जमकर पीटा। बंधक बना लिया। किसी तरह वहां से जान बचाकर भागा।
मामले की शिकायत लेकर हसनगंंज थाने पहुंचे तो पुलिस ने जानकीपुरम का कहकर टरका दिया। इसके बाद उच्चाधिकारियों को मामले की जानकारी दी। पुलिस कमिश्नर के आदेश पर आरोपित के खिलाफ जानकीपुरम कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया। इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह गौर ने बताया कि हरीश के खिलाफ एससीएसटी, मारपीट, बलवा, जालसाजी समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।