'आप स्वावलंबी बनें, देश तरक्की करेगा'
- कैबिनेट मंत्री सत्यदेव पचौरी ने की उद्योगों को बढ़ावा देने की अपील - लविवि सभागार में ह
- कैबिनेट मंत्री सत्यदेव पचौरी ने की उद्योगों को बढ़ावा देने की अपील
- लविवि सभागार में हुई 'खेत खलिहान से रूस ईरान' विषय पर चर्चा
जागरण संवाददाता, लखनऊ : वर्ष 1991 में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी ने कहा था कि शिक्षा को कृषि और युवाओं को रोजगार से जोड़ा जाए तो देश को तरक्की से कोई रोक नहीं पाएगा। आज इसी बात को लागू करने की आवश्यकता है। हमारे पास प्राकृतिक संपदाएं हैं, फिर भी देश विकसित नहीं हो पाया। युवा संसाधनों का सदुपयोग कर स्वावलंबी बनें और राष्ट्र के उत्थान में सहयोग करें। यह बात खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री सत्यदेव पचौरी ने सोमवार को लखनऊ विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित गोष्ठी में कही।
लविवि और सीमा (स्माल इंडस्ट्रीज ऑफ मेन्यूफैक्चर्स एसोसिएशन) की ओर से आयोजित गोष्ठी का विषय था 'खेत खलिहान से रूस ईरान तक।' लिहाजा, मंत्री ने अपना संबोधन खेती और तरक्की पर केंद्रित किया। कहा, बीते 70 वर्षों में देश में औद्योगिक विकास के लिए बेहतर प्रयास नहीं हुए। यही कारण है कि प्राकृतिक संपदाएं होने के बावजूद भी हम अन्य देशों की अपेक्षा विकास में पीछे रह गए। हमारे देश की 52 फीसद आबादी कृषि पर निर्भर है, लेकिन अब खेती में नई तकनीक और इनोवेशन करने की जरूरत है। खेत खलिहान से निकल कर रूस ईरान तक विकास का परचम हम तभी लहरा पाएंगे जब युवाओं में कौशल का विकास होगा। औद्योगिक विकास आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय ने कहा कि युवा किसानों को व्यावसायिक खेती के लिए प्रोत्साहित कर हम तरक्की कर सकते हैं। गोष्ठी को लविवि के कुलपति प्रो. एसपी सिंह, सीमा के अध्यक्ष शैलेंद्र श्रीवास्तव, भाऊराव देवरस पीठ के निदेशक सोमेश कुमार शुक्ल, राजीव राय, राजाराम तिवारी आदि ने भी संबोधित किया। इस दौरान औद्योगिक विकास के लिए बेहतर कार्य के लिए दिनेश चंद्र उपाध्याय, केके श्रीवास्तव, हरदीप, शोभित सक्सेना आदि को मंत्री ने सम्मानित किया।
प्रदेश में खुलेगा बीज अनुसंधान केंद्र
मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने प्रदेश को बीज अनुसंधान केंद्र का तोहफा दिया है। यहां शीघ्र ही केंद्र खोला जाएगा। इससे बीजों का शोध करने में आसानी होगी।