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गाय पर बड़ा दांवः हर भूमिहीन किसान को देशी नस्ल की दो गायें देगी योगी सरकार

सरकार की यह योजना परवान चढ़ी तो इसका लाभ हर वर्ग के भूमिहीन किसान को मिलेगा, पर संख्या में अधिक होने के नाते सर्वाधिक लाभ अनुसूचित जाति के लोगों को होगा।

By Ashish MishraEdited By: Published: Fri, 25 May 2018 10:07 AM (IST)Updated: Thu, 31 May 2018 07:40 AM (IST)
गाय पर बड़ा दांवः हर भूमिहीन किसान को देशी नस्ल की दो गायें देगी योगी सरकार
गाय पर बड़ा दांवः हर भूमिहीन किसान को देशी नस्ल की दो गायें देगी योगी सरकार

लखनऊ [गिरीश पांडेय]।अगले साल होने वाले आम चुनावों के पहले गरीबों खासकर अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के लोगों को रिझाने के लिए भाजपा सरकार बड़ा दांव चल सकती है। यह दांव होगा प्रदेश के हर भूमिहीन किसान को निशुल्क देशी गाय देने का। दी जाने वाली गायें कृषि जलवायु क्षेत्र की परंपरा के अनुकूल उन्नत प्रजाति की होंगी। 

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मथुरा रैली में योगी ने की थी घोषणा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कुछ माह पहले ही मथुरा की एक रैली में इसकी घोषणा कर चुके हैं। पिछले दिनों यहां कृषि निदेशालय में आयोजित प्रदेश स्तरीय खरीफ गोष्ठी में प्रमुख सचिव पशुपालन डा.सुधीर एम बोबडे ने भी इस बात को दोहराया था। सरकार की यह योजना परवान चढ़ी तो इसका लाभ हर वर्ग के भूमिहीन किसान को मिलेगा, पर संख्या में अधिक होने के नाते सर्वाधिक लाभ अनुसूचित जाति के लोगों को होगा। ऐसा करके भाजपा सबका साथ, सबका विकास के नारे के साथ अपने अनुसूचित जाति-जनजाति को जोडऩे के एजेंडे को भी साधने का प्रयास करेगी।

27 फीसद भूमिहीनों में से 60 फीसद अनुसूचित जाति के

कृषि विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार, प्रदेश में किसान परिवारों की संख्या करीब 2.33 करोड़ है। नेशनल सैंपल सर्वे के मुताबिक, इन किसानों में से करीब 27 फीसद भूमिहीन हैं। भूमिहीनों में सर्वाधिक 60 फीसद की संख्या अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग की है। स्वाभाविक है कि सरकार की उक्त योजना का सर्वाधिक लाभ वंचितों को होगा ही।

आसान नहीं होगा योजना को अंजाम तक पहुंचाना

प्रदेश में किसानों और इनमें भी भूमिहीनों की संख्या को देखते हुए योजना को अंजाम तक पहुंचाना आसान नहीं होगी। कुल किसान परिवारों की संख्या के आधार पर भूमिहीन किसान परिवारों की कुल संख्या 64 लाख के करीब आएगी। हर परिवार को दो गाय देने के लिए सरकार को करीब 1.28 करोड़ गायों की व्यवस्था करनी होगी। वह भी संबंधित क्षेत्र के कृषि जलवायु क्षेत्र और परंपरा के अनुसार। योजना से करीब 38 लाख अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के लोग लाभान्वित होंगे।

पशु चिकित्सक डा. संजीव श्रीवास्तव के अनुसार, मौजूदा समय में उन्नत प्रजाति की एक देशी गाय का बाजार भाव 30 से 40 हजार रुपये है। इस तरह से सरकार को इसके लिए चार हजार करोड़ से अधिक रुपयों की व्यवस्था करनी होगी। गुणवत्ता के अनुरूप इतनी संख्या में गायों और इतने पैसे की व्यवस्था करना आसान नहीं होगा।  


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