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योगी आदित्यनाथ के मंत्री ने लिखा राज्यपाल को पत्र, कुंभ से पहले इलाहाबाद का नाम हो प्रयागराज

स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने राज्यपाल राम नाईक से इलाहाबाद का नाम बदल कर प्रयागराज करने का आग्रह किया है। उन्होंने इसके लिए राज्यपाल राम नाईक को एक पत्र भी भेजा है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Tue, 10 Jul 2018 11:23 AM (IST)Updated: Tue, 10 Jul 2018 02:41 PM (IST)
योगी आदित्यनाथ के मंत्री ने लिखा राज्यपाल को पत्र, कुंभ से पहले इलाहाबाद का नाम हो प्रयागराज
योगी आदित्यनाथ के मंत्री ने लिखा राज्यपाल को पत्र, कुंभ से पहले इलाहाबाद का नाम हो प्रयागराज

लखनऊ (जेएनएन)। संगमनगरी इलाहाबाद में 2019 में होने वाले कुंभ आयोजन के लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार इसकी विश्वव्यापी ब्रांडिंग में लगी है। विश्व कप फुटबाल के दौरान भी कुंभ 2019 की भी चर्चा हो रही है। इसी बीच योगी आदित्यनाथ के मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कुंभ से पहले इलाहाबाद का नाम बदलने को लेकर राज्यपाल को पत्र लिखा है। 2019 में होने वाले कुंभ आयोजन से पहले योगी सरकार इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज करने की तैयारी में पहले से ही जुट गई है।

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स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने राज्यपाल राम नाईक से इलाहाबाद का नाम बदल कर प्रयागराज करने का आग्रह किया है। उन्होंने इसके लिए राज्यपाल राम नाईक को एक पत्र भी भेजा है। स्वास्थ्य मंत्री ने पत्रकारों से बताया कि राज्यपाल ने बंबई का नाम बदलकर मुंबई करने, उत्तर प्रदेश दिवस का आयोजन करने और डॉ. आम्बेडकर का सही नाम प्रयोग करने में भूमिका निभाई है। अब उनसे आग्रह है कि इलाहाबाद का नाम बदलने के मामले में भी वह गंभीरता से विचार करेंगे।

प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार आने के बाद से शहरों के नाम बदलने का सिलसिला जारी है। कुंभ के लिए मशहूर इलाहाबाद को नया नाम देने के लिए स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने राज्यपाल को पत्र लिखा है। उन्होंने इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज करने की सिफारिश की है। इलाहाबाद नाम बदलने की कवायद में ही प्रदेश सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह का यह पत्र आगे का कदम माना जा रहा है। माना जा रहा है कि योगी आदित्यनाथ सरकार इस संबंध में जल्द ही आदेश पारित कर इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज कर देगी।

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के नेतृत्व में हिंदू संतों के एक समूह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज रखने की मांग की थी। 16वीं शताब्दी के दौरान मुगल बादशाह अकबर ने दीन-ए-इलाही धर्म की शुरुआत हुई थी। अकबर के शासनकाल के दौरान 1580 में इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयाग किया गया था। गृह मंत्री राजनाथ सिंह 2001 में जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, उन्होंने इलाहाबाद के प्रयागराज के नाम रखने की कोशिश की थी, लेकिन अमलीजामा नहीं पहना सके थे। इसी साल मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन रखा गया है।

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी तीन नदियों के संगम की वजह से इलाहाबाद की पहचान होने का हवाला देते हुए यहां का नाम प्रयागराज करने का औचित्य बता चुके हैैं। मौर्य ने कुंभ से पहले यह काम पूरा कराने का दावा भी किया था। अब इसी क्रम में स्वास्थ्य मंत्री ने राज्यपाल को पत्र भेजकर नाम परिवर्तन का आग्रह किया है। बीते दिनों इलाहाबाद में कार्यक्रम में राज्यपाल की मौजूदगी के दौरान भी स्वास्थ्य मंत्री ने उनसे यह मांग की थी।

सिद्धार्थनाथ सिंह इससे पहले भी अपनी मांग को लेकर चर्चा में हैं। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के विक्रमादित्य मार्ग के आवास में रहने की इच्छा जाहिर की है। इसको लेकर भी उन्होंने पत्राचार किया है। लिहाज से इलाहाबाद का नाम बदलने की मांग जोर पकड़ रही है। 


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