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योगी के मंत्री ने बसपा प्रमुख मायावती को बताया बिजली का नंगा तार, बोले- छूने वाला मर जाएगा

पहले मंत्रिमंडल विस्तार में योगी आदित्यनाथ की टीम में शामिल गिरिराज सिंह धर्मेश ने सीएम से बसपा संस्थापक कांशीराम की मौत की जांच की मांग की है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Thu, 29 Aug 2019 02:52 PM (IST)Updated: Fri, 30 Aug 2019 07:19 AM (IST)
योगी के मंत्री ने बसपा प्रमुख मायावती को बताया बिजली का नंगा तार, बोले- छूने वाला मर जाएगा
योगी के मंत्री ने बसपा प्रमुख मायावती को बताया बिजली का नंगा तार, बोले- छूने वाला मर जाएगा

लखनऊ, जेएनएन। बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती भले ही कभी भारतीय जनता पार्टी के प्रति नरम हो जाती हों, लेकिन भाजपा के नेता मौका मिलते ही उनके ऊपर जोरदार हमला बोलते हैं। उत्तर प्रदेश सरकार के पहले मंत्रिमंडल विस्तार में योगी आदित्यनाथ की टीम में शामिल डॉ. गिरिराज सिंह धर्मेश ने बसपा मुखिया मायावती को बिजली का नंगा तार बताया है।

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धर्मेश ने कहा कि मायावती तो बिजली का नंगा तार हैं। उनको तो जो छुएगा, मर जाएगा। नवनियुक्त मंत्री गिरिराज सिंह धर्मेश ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती की तुलना बिजली के नंगे तार से की है, जिसे छूने वाला मर जाता है या नष्ट हो जाता है। उन्होंने 1994 में बीजेपी ज्वाइन की थी। 

उन्होंने मायावती को बेईमान बताया है जो अधिकतम फायदा लेने के बाद दूसरों को धोखा दे देती हैं। उन्होंने कहा कि मायावती ने लोकसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी (सपा) का उपयोग कर अपनी पार्टी को दस सीटों पर पहुंचाकर उसे धोखा दे दिया। मायावती विश्वास योग्य नहीं हैं और उन्होंने सबको धोखा दिया है। मंत्री धर्मेश ने कहा कि मायावती अधिकतम फायदा लेने के बाद दूसरों को धोखा दे देती हैं। डॉ. धर्मेश ने कहा कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने अनुसूचित जाति के नाम पर सिर्फ वोट बटोरे हैं। उन्होंने समाज और जनता के लिए कभी काम नहीं किया। लोकसभा चुनाव में मायावती ने समाजवादी पार्टी का इस्तेमाल कर उनके वोट लिए, लेकिन अपना सहयोग नहीं दिया।

ताजनगरी आगरा की कैंट क्षेत्र से विधायक गिरिराज सिंह धर्मेश प्रदेश सरकार में समाज कल्याण तथा अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति कल्याण राज्यमंत्री हैं। डॉ. गिरिराज ने एसएन मेडिकल कॉलेज आगरा से पढ़ाई की है।पेशे से डॉक्टर धर्मेश 1994 में भाजपा से जुड़े, उससे पहले वह कांग्रेस में थे। 2017 में उन्होंने पहली बार चुनाव जीता। 

 

कांशीराम की मृत्यु की सीबीआई जांच कराने की मांग 

धर्मेश ने बसपा संस्थापक कांशीराम की मृत्यु को लेकर भी बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि कांशीराम की मौत प्राकृतिक नहीं थी, वह संदेहास्पद परिस्थितियों में मरे थे।  कांशीराम का निधन 9 अक्टूबर 2006 को हुआ था। उनकी देखभाल मायावती की निगरानी में हो रही थी। मंत्री का कहना है कि कांशीराम की बहन ने आरोप लगाया है कि मायावती ने ही उनकी हत्या की है। ऐसे में वो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील करेंगे कि कांशीराम की मौत की सीबीआई जांच कराएं। धर्मेश इतने पर ही नहीं रुके।

उन्होंने कहा कि बसपा के संस्थापक काशीराम का निधन रहस्यमयी परिस्थितियों में हुआ। वह जल्दी ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर इसकी सीबीआई जांच कराने की मांग करेंगे। समाज कल्याण राज्यमंत्री डॉ. जीएस धर्मेश ने कहा कि बसपा संस्थापक कांशीराम की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हुई थी। उनकी बहन भी इस बात को कह रही हैं। मैं उनकी बहन से वार्ता करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर सीबीआइ जांच की मांग करूंगा। 

भाजपा नेता दिवंगत ब्रह्मदत्त द्विवेदी ने मायावती की जान बचाई

उन्होंने कहा कि वह भाजपा के नेता दिवंगत ब्रह्मदत्त द्विवेदी थे, जिन्होंने प्रसिद्ध गेस्ट हाउस कांड में मायावती की जान बचाई थी। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ही उन्हें तीन बार मुख्यमंत्री बनने में सहायता प्रदान की थी। इसके बाद भी धोखा देना उनकी आदत में ही है।

कहीं न कहीं मायावती डरी हुई 

मंत्री ने ईडी द्वारा मायावती के भाई आनंद कुमार के जब्त प्लॉट पर कहा कि शायद उसके बाद कहीं न कहीं मायावती डरी हुई हैं। धर्मेश ने कहा कि मायावती के पास अब कोई विकल्प नहीं रह गया है। उन्होंने जो अकूत संपत्ति विभिन्न सोर्स से जमा की है उसकी जांच होगी। उन्हें ऐसा लगता है कि उनकी जांच हो रही है इसलिए उनके सुर बदले हैं। 

जनता को मिलेगा सीधा लाभ

डा. धर्मेश ने कहा कि सरकार की विभिन्न विभागीय योजनाओं का सीधा लाभ जनता तक पहुंचाया जाएगा। सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे व्यवहार में परिवर्तन लाएं और हर आने वाले को जानकारी उपलब्ध कराएं। 


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