यूपी के पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली महिला ने बदली कहानी, कहा- दबाव में किया केस
पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के खिलाफ दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली पीड़ित महिला ने उन्हें पिता तुल्य बताते हुए सारे आरोपों को गलत बताया है।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश की सपा सरकार में मंत्री रहे गायत्री प्रजापति की इलाहाबाद हाई कोर्ट से अंतरिम जमानत मिलने के दो दिन बाद उनके लिए एक और अच्छी खबर आई है। साढ़े तीन साल पहले पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति और उनके साथियों पर दुष्कर्म का केस दर्ज कराने वाली मां-बेटी का वीडियो एक बार फिर वायरल हुआ है, जिसमें वह गायत्री प्रजापति को निर्दोष बताते हुए हमीरपुर के राम सिंह पर गंभीर आरोप लगा रही हैं। वीडियो में खनन का पट्टा नहीं मिलने पर राम सिंह ने मेरे व बेटी के साथ दुष्कर्म करने के बाद ब्लैकमेलिंग कर गायत्री प्रजापति को फंसवाने की बात कह रही हैं।
लखनऊ के गौतम पल्ली पुलिस व क्राइम ब्रांच ने रविवार को राम सिंह को पकड़ा है। पीड़ित मां की तहरीर पर 27 दिसंबर 2019 को गौतम पल्ली थाने में राम सिंह सहित पांच पर दुष्कर्म व मारपीट का केस दर्ज हुआ था। गायत्री के बड़े बेटे अनिल प्रजापति ने कहा कि सच सच ही होता है। वह एक दिन सामने जरूर आता है। हमें न्यायालय पर पूरा भरोसा है। हमारे पिता को न्याय मिलेगा। दो-तीन दिन में उनके जेल से बाहर आने की उम्मीद है।
गायत्री प्रजापति पिता तुल्य : पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली पीड़ित महिला ने उन्हें पिता तुल्य बताते हुए सारे आरोपों को गलत बताया है। चित्रकूट में मौजूद पीड़िता ने दैनिक जागरण को फोन पर बताया कि गायत्री प्रजापति को पिता तुल्य बताया और कहा कि उसके साथ दुष्कर्म तो हुआ था। इसमें कानपुर निवासी एक व्यक्ति भी शामिल था। पूर्व मंत्री के अमेठी निवासी एक सहयोगी ने उससे परिचय कराया था। राम सिंह ने दबाव डालकर इस दुष्कर्म का आरोप तत्कालीन मंत्री गायत्री प्रजापति समेत सात लोगों पर लगवाया। उसने ही फर्जी हस्ताक्षर कर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। महिला का कहना है कि गायत्री प्रजापति उसे बेटी की तरह मानते हैं और वह उसके बारे में कुछ गलत सोच भी नहीं सकते।
गवाह राम सिंह गिरफ्तार : लखनऊ पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति पर दुष्कर्म के आरोप मामले में गवाह राम सिंह को गिरफ्तार किया है। आरोपित पर उसी महिला ने दुष्कर्म की एफआईआर दर्ज कराई थी, जिसने पूर्व मंत्री पर आरोप लगाए थे। यह एफआईआर वर्ष 2019 में दर्ज कराई गई थी। एसीपी हजरतगंज के मुताबिक हमीरपुर मियांपुरा राठ निवासी राम सिंह के खिलाफ एक महिला ने दुष्कर्म समेत विभिन्न धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस उसकी तलाश में लगातार दबिश दे रही थी। आरोपित को क्राइम ब्रांच व गौतम पल्ली थाने की पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया।
इलाज के लिए मिली है अंतरिम जमानत : बता दें कि इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने शुक्रवार को पूर्व कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति को मेडिकल ग्राउंड के आधार पर दो महीने की अंतरिम जमानत दे दी है। कोर्ट ने उन्हें आदेश दिया है कि दो महीने के बाद वह विचारण अदालत या जेल अधीक्षक के समक्ष आत्मसमर्पण कर देंगे। कोर्ट ने उन्हें दो दो लाख रुपये की दो जमानतें व पांच लाख रुपये का व्यक्तिगत बंधपत्र दाखिल करने का आदेश दिया है। यह आदेश जस्टिस वेद प्रकाश वैश की एकल पीठ ने गायत्री की ओर से दाखिल दूसरी जमानत अर्जी पर पारित किया। कोर्ट ने गायत्री को जमानत देने की कई शर्तें भी लगाई हैं। प्रजापति को अपना पासपोर्ट सरेंडर करने का आदेश देते हुए कहा गया कि विचारण कोर्ट की अनुमति के बिना वह देश से बाहर नहीं जाएंगे और न ही पीड़िता और उसके परिवार को धमकाएंगे।