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Murder in Lucknow: लखनऊ में लूटपाट के बाद पुरोहित की पत्नी की हत्या, दहशत में लोग

Murder in Lucknow दीवार में सेंध लगाकर घुसे थे बदमाश। बदमाश नागेश्वर मंदिर से आभूषण जड़ित चांदी का मुकुट और दानपात्र भी लूट ले गए। सनसनीखेज वारदात से गांव में दहशत का माहौल। गांव वालों में पुलिस के खिलाफ रोष व्याप्त।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Mon, 28 Sep 2020 10:51 AM (IST)Updated: Mon, 28 Sep 2020 08:40 PM (IST)
Murder in Lucknow: लखनऊ में लूटपाट के बाद पुरोहित की पत्नी की हत्या, दहशत में लोग
लखनऊ में बंथरा के बेती गांव की घटना।

लखनऊ, जेएनएन। Murder in Lucknow: राजधानी लखनऊ में रविवार देर रात 46 वर्षीय महिला की दर्दनाक हत्या कर दी गई। बदमाशों ने लूटपाट के बाद वारदात को अंजाम दिया। घर की दीवार काटकर अंदर घुसे बदमाश आसानी से फरार हो गए और स्थानीय पुलिस सोती रही।गांव में सनसनीखेज वारदात से ग्रामीण दहशत में हैं। जाते-जाते बदमाश नागेश्वर मंदिर से आभूषण जड़ित चांदी का मुकुट और दानपात्र भी लूट ले गए। गांव के बाहर खाली दानपात्र मिला। उधर, इंस्पेक्टर बंथरा रमेश चंद्र रावत ने बताया कि महिला के शरीर पर चोट के निशान नहीं हैं, प्रथम दृष्ट्या मामला संदिग्ध लग रहा है। इस मामले में पुलिस हत्या समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्जकर बदमाशों की तलाश कर रही है।

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ये है पूरा मामला 

मामला बंथरा के बेती गांव का है। यहां के निवासी निवासी पुरोहित दीप नारायण के दो पत्नियां दीपिका और कुसुमा हैं। रविवार रात वह कुसुमा और चार बच्चों के साथ गांव में ही हनुमान मंदिर के चबूतरे पर लेटे थे। दीपका घर में अकेले थीं। देर रात घर के पीछे की पक्की दीवार काटकर अंदर घुसे बदमाशों ने दीपिका की हत्या कर दी। पति ने गला दबाकर लूटपाट के बात हत्या की बात कहकर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ तहरीर दी। घर में बिखरा सामान लूटपाट की स्वयं गवाही दे रहा था। सुबह पांच बजे के करीब ग्रामीण अभिषेक जब नागेश्वर मंदिर पहुंचे तो पता चला दीपिका साफ सफाई करने नहीं पहुंची, जबकि वह रोज मंदिर पर साफ-सफाई के बाद ही अपनी दिनचर्या की शुरुआत करती थी। अभिषेक ने दीप नारायन को सूचना दी। दीप नारायण घर पहुंचे तब जाकर घटना का पता चला।

क्या कहती है पुलिस ?

वहीं, कमिश्नर सुजीत पांडेय का कहना है कि प्रथम दृष्टया घटना संदिग्ध लग रही है। महिला के शरीर पर कोई चोट के निशान भी नहीं है। जांच के बाद स्थिति स्पष्ट होगा। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस गश्त की खुली पोल

घटना के बाद ग्रामीणों में पुलिस के प्रति काफी आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस रात्रि गस्त में अगर सक्रिय होती तो बदमाश वारदात कर आसानी से न भाग निकलते। पुलिस ने फिंगर प्रिंट दस्ते और डॉग स्क्वायड के साथ मौके पर छानबीन की, लेकिन बदमाशों का सुराग नहीं लगा सकी। हालांकि कुछ संदिग्धों से पूछताछ की बात कही।

महिला ने किया संघर्ष

महिला की जिस कमरे में हत्या हुई वहां बिखरा सामान उसके बदमाशों से भिड़कर संघर्ष की कहानी बयां कर रहा था। इंस्पेक्टर बंथरा रमेश चंद्र रावत ने भी संघर्ष के दौरान हत्या की बात स्वीकार की। 


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