खुले में शौच कर रहे कुत्तों को पकड़ने पर नगर निगम की टीम से भिड़ी महिला, नगर आयुक्त ने दी नसीहत
कटाई वाले पुल के पास गुलिस्ता कॉलोनी के सामने संतुष्टि अपार्टमेंट के सामने एक युवक दो कुत्तों को शौच कराकर जा रहा था। यह पालतू कुत्ते थे। शौच कराने के लिए पॉटी स्कूपर अथवा पॉलीथिन का भी उपयोग नहीं किया जा रहा था।
लखनऊ, जेएनएन। खुले में शौच कर रहे दो कुत्तों को पकडऩे पर मंगलवार सुबह हंगामा हुआ। नगर निगम की टीम ने इन कुत्तों को पकड़ लिया तो उनके मालिक सामने आ गए। इसमें पशु प्रेमी संस्था से जुड़ी एक महिला भी मौके पर आ गई नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी से उनकी बहस तक हो गई। दिल्ली तक से फोन घनघनाने लगे और बिना जुर्माना लिए ही कुत्तों को छोडऩे का दबाव बढऩे लगा। नगर निगम की कार्रवाई से नाराज महिला नगर आयुक्त की कार के गेट पर आ गई और कार को जाने से रोका।
नगर आयुक्त का कहना था कि बिना जुर्माना लिए कुत्तों को नहीं छोड़ा जाए तो महिला का तर्क था कि वह किस अधिकार से कुत्तों को ले जा रहे हैं तो नगर आयुक्त का जवाब था कि वह किस अधिकार से कुत्तों को शौच सार्वजनिक जगह पर करवा रही हैं। यह नगर निगम की सड़क है और उसे साफ रखना नगर निगम की जिम्मेदारी है, जिससे लोगों को गंदगी से बचाया जा सके।
करीब आधे घंटे तक हंगामा होता रहा और ऊपरी दबाव के कारण कुत्तों को बिना जुर्माना लिए ही छोडऩा पड़ा।
दरअसल मंगलवार सुबह आठ बजे नगर आयुक्त निरीक्षण पर थे। कटाई वाले पुल के पास गुलिस्ता कॉलोनी के सामने संतुष्टि अपार्टमेंट के सामने एक युवक दो कुत्तों को शौच कराकर जा रहा था। यह पालतू कुत्ते थे। शौच कराने के लिए पॉटी स्कूपर अथवा पॉलीथिन का भी उपयोग नहीं किया जा रहा था। सार्वजनिक स्थलों पर कुत्तों को शौच कराने से गंदगी हो रही थी।
पॉटी स्कूपर का उपयोग करें
नगर आयुक्त ने शहरवासियों से अपील किया है कि वह कुत्तों को शौच कराने के लिए पॉटी स्कूपर का उपयोग करें, जिससे गंदगी से बचा जा सके। दरअसल नगर निगम की तरफ से सफाई करने के बाद शहर भर में सार्वजनिक स्थानों पर कुत्तों के शौच कराने से दिनभर गंदगी रहती है। इसे लेकर कुत्ता पालक और स्थानीय लोगों के बीच किचकिच भी होती रहती है। पॉटी स्कूपर कागज का कप नुमा होता है और कुत्ता पालक को उसमे कुत्तों की लैट्रिन को चम्मच से उठाकर उसमे रखना होता है, जिसका डिस्पोजल घर जाकर अपने बाथरूम में करना होता है।