Move to Jagran APP

उन्नाव दुष्कर्म कांड में विधायक कुलदीप सेंगर के बचाव में अायीं पत्नी

उन्नाव दुष्कर्म कांड के मीडिया कवरेज पर आपत्ति जताते हुए आरोप लगाया कि साजिश करने वालों की अफवाहों को खबर बनाकर उनके पति के सम्मान और प्रतिष्ठा को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है।

By Ashish MishraEdited By: Published: Mon, 20 Aug 2018 10:13 PM (IST)Updated: Mon, 20 Aug 2018 10:13 PM (IST)
उन्नाव दुष्कर्म कांड में विधायक कुलदीप सेंगर के बचाव में अायीं पत्नी
उन्नाव दुष्कर्म कांड में विधायक कुलदीप सेंगर के बचाव में अायीं पत्नी

उन्नाव (जेएनएन)। किशोरी से दुष्कर्म मामले में आरोपित बांगरमऊ के भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर के बचाव में उनकी पत्नी जिला पंचायत अध्यक्ष संगीता सेंगर उतर आई हैं। पूरे घटनाक्रम के साढ़े चार माह बाद सोमवार को उन्होंने उन्नाव दुष्कर्म कांड के मीडिया कवरेज पर आपत्ति जताते हुए आरोप लगाया कि साजिश करने वालों की अफवाहों को खबर बनाकर उनके पति के सम्मान और प्रतिष्ठा को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है।

loksabha election banner

उन्होंने प्रेसवार्ता में नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि उनके परिवार और पति को सम्मान से जीने का अधिकार संविधान से मिला है जब तक कि उनके पति अदालत से दोषी साबित नहीं होते। उन्होंने दुष्कर्म कांड की मीडिया कवरेज को साजिश करार देते हुए आरोप लगाया कि मनगढ़ंत और झूठी खबरें देकर अफवाहें फैलाई जा रही हैं।

कुंवर वीरेंद्र सिंह शिक्षा निकेतन से बने किशोरी के आयु प्रमाणपत्र को लेकर विधायक के खिलाफ माखी थाने में एक और मुकदमा दर्ज होने को पुरानी खबर करार देकर उसके प्रकाशन पर सवाल उठाए। उन्होंने विद्यालय से अपना और पति का कोई सरोकार न होना बताया और विद्यालय प्रबंधक अपने देवर अतुल सिंह और प्रधानाचार्य का बचाव भी किया। मामले में पार्टी न होते हुए उन्होंने घटना से जुड़ी खबर लिखे जाने से पहले उनका पक्ष भी लिए जाने की मांग रखी।

आयु प्रमाणपत्र पीडि़ता के चाचा की साजिश

जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि विद्यालय से जारी बताकर जिस आयु प्रमाणपत्र के सहारे विधायक, सह अभियुक्त शशि सिंह के बेटे और उसके साथियों पर पाक्सो का मुकदमा दर्ज कराया गया है, विद्यालय के उस लेटरहेड पर किशोरी के चाचा महेश सिंह के चचेरे भाई टिंकू सिंह ने कथित पीडि़ता की उम्र और नाम लिखकर प्रधानाचार्य पवन दीक्षित से दस्तखत करा लिए थे। हालांकि कोर्ट में दाखिल केस डायरी में दारोगा द्वारा प्रधानाचार्य के घर से उम्र का प्रमाणपत्र मिलना बताया गया। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.