Weather Update : राजधानी लखनऊ समेत उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश और ओलावृष्टि
बंगाल की खाड़ी से चलने वाली नम पुरवा हवा के लगातार दबाव के कारण राजधानी लखनऊ समेत राज्य के कई पूर्वी जिलों में रुक-रुक कर हल्की से तेज बारिश हो रही है।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में मौसम का उलटफेर लगातार जारी है। बंगाल की खाड़ी से चलने वाली नम पुरवा हवा के लगातार दबाव के कारण राजधानी लखनऊ समेत राज्य के कई पूर्वी जिलों में रुक-रुक कर हल्की से तेज बारिश हो रही है। सोमवार को लखनऊ में आंधी के साथ भारी बारिश और ओलावृष्टि हुई, जिससे तापमान एकदम से नीचे गिर गया। मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक उत्तर प्रदेश के अधिकांश जिलों में तापमान भी 40 डिग्री सेल्सियस या फिर उससे कम रहने की संभावना है।
मौसम की दगाबाजी बार-बार अन्नदाता की उम्मीदों पर पानी फेर रही है। मार्च में रिकॉर्ड तोड़ बारिश और अप्रैल-मई में ओलावृष्टि ने किसानों का गणित ही बिगाड़ दिया है। सोमवार को दोपहर बाद राजधानी लखनऊ और उसके आसपास जिलों में अचानक मौसम बदल गया। आसमान को काले बादलों ने अपनी गिरफ्त में ले लिया। तेज गड़गड़ाहट के साथ कुछ ही देर में ओले गिरने लगे। धूल भरी आंधी के बाद तेज बारिश हुई। इस आंधी-पानी से रबी फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। आम की फसल भी चौपट हो गई है। ऐसे में कोरोना वायरस को लेकर लागू लॉकडाउन की मार झाल रहे किसान को चौतरफा विपदा का सामना करना पड़ रहा है।
वैज्ञानिकों के अनुसार अप्रैल माह में तापमान के साथ-साथ मौसम में भी उतार-चढ़ाव का सिलसिला लगातार बना रहा। मई माह के पहले सप्ताह भर यानी सात मई तक मौसम ऐसा ही बने रहने की संभावना है। अप्रैल माह के शुरू में जहां तापमान में उछाल दर्ज किया गया, वहीं माह के अंत में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से तापमान में गिरावट दर्ज की गई और मौसम में ठंडक बनी हुई है।
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक जेपी गुप्ता बताते हैं कि अगले दो दिन ऐसा ही मौसम रहने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि जम्मू-कश्मीर पर जहां पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। वहीं, हरियाणा के पास कम दबाव का क्षेत्र है, जिसके चलते प्रदेश में आंधी पानी के साथ ओले गिरने की उम्मीद है। राजधानी में सोमवार को अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम थ्री सिक्स प्वाइंट तीन डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वहीं, न्यूनतम तापमान चार डिग्री रहा। मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार को भी हल्की बारिश की उम्मीद है।
आम की नकदी फसल को लेकर बागवानों और किसानों के गणित पर मौसम ने पानी फेर दिया। सोमवार को दोपहर बाद तेज हवाओं के साथ बारिश और ओला ने नुकसान को दोगुना कर दिया। उप कृषि निदेशक डॉ. सीपी श्रीवास्तव ने बताया कि माल, मलिहाबाद और काकोरी में तेज हवा के साथ बारिश और ओले पड़े। आम और फूलों की खेती को नुकसान हुआ है। एक ओर जहां तेज हवाओं ने आम की फसल को नुकसान पहुचाया है तो शेष बचे आम के लिए यह बारिश वरदान साबित हुई है। जिला कृषि रक्षा अधिकारी धनंजय सिंह ने बताया कि आम में काले धब्बे और काली मक्खी रोग लगने लगा है। इसे रोकने के लिए कीटनाशक के साथ ही बाग की सिंचाई जरूरी है। बारिश होने से आम की फसल को फायदा हुआ है। रोग की आशंका कम होगी।