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UP में बारिश बनी आफत-कई जगह मकान गिरे, जानिये कब तक ऐसे ही बरसते रहेंगे मेघ

UP Weather report उत्तर प्रदेश के अधिकांश भू-भाग में गुरुवार को भी बारिश हुई। कई इलाकों में बारिश के काण मकान गिर गए जिसके मलबे में दबकर दो बच्चियों समेत तीन लोगों की मौत हो गई।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Thu, 26 Sep 2019 11:32 PM (IST)Updated: Fri, 27 Sep 2019 09:00 AM (IST)
UP में बारिश बनी आफत-कई जगह मकान गिरे, जानिये कब तक ऐसे ही बरसते रहेंगे मेघ
UP में बारिश बनी आफत-कई जगह मकान गिरे, जानिये कब तक ऐसे ही बरसते रहेंगे मेघ

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के अधिकांश भू-भाग में गुरुवार को भी बारिश हुई। कई इलाकों में बारिश के काण मकान गिर गए, जिसके मलबे में दबकर दो बच्चियों समेत तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि चार लोग जख्मी हो गए। वहीं नदियों का जलस्तर लगातार घट रहा है, लेकिन कुछ स्थानों पर भूमि कटान हो रहा है। मौसम विभाग के अनुसार अभी बदली छाई रहेगी तथा हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना है। आगामी 29 सितंबर तक रोजाना ही मध्यम स्तर की बारिश होगी।

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तीन दिन तक ऐसा ही रहेगा मौसम

मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन दिन तक बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। यानी भादों जाते-जाते भी भिगोता रहेगा। 29 सितंबर से नवरात्र शुरू हो रहे हैं और ऐसी उम्मीद है कि माता भवानी धूप लेकर आएंगी।मानसून की टर्फ लाइन उत्तर प्रदेश, बिहार होती हुई पश्चिम बंगाल की ओर जा रही है। मौसम में यह बदलाव इसी के चलते हुआ है। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक जेपी गुप्ता के अनुसार तीन दिन बाद पूर्वी उत्तर प्रदेश व राजधानी में बारिश का प्रभाव कम हो जाएगा। शुक्रवार को पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ स्थानों पर भारी बारिश की भी संभावना है। हालांकि, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में असर कम रहेगा।

पूर्वानुमान फेल, खूब बरसे मेघ

स्काईमेट वेदर एजेंसी के महेश पालावत कहते हैं कि देश में बारिश का अनुमान गलत साबित हुआ है। इस बार अब तक सामान्य के मुकाबले 107 फीसद बारिश हो चुकी है। उन्होंने बताया कि माना जा रहा था कि अलनीनो के कारण इस बार बारिश सामान्य के आसपास रहेगी। लेकिन, इंडियन ओशन डाइपोलर कंडीशन के चलते अरब सागर में तापमान अधिक हो जाने के कारण लगातार वेदर सिस्टम बनता रहा। फलस्वरूप, ज्यादातर हिस्सों में अच्छी बारिश रिकॉर्ड हुई।

राजधानी में मेघ जमकर बरसे

राजधानी में सभी कयासों को धता बताते हुए गुरुवार को मेघ जमकर बरसे। मानसून सीजन में गुरुवार पहला ऐसा दिन रहा, जब दिनभर मेघ बरसते रहे। हालांकि, बारिश बहुत ज्यादा नहीं दर्ज हुई लेकिन दिनभर लगी झड़ी से मौसम खुशगवार हो गया। तापमान बुधवार के 32.3 के मुकाबले 7.1 डिग्री लुढ़ककर 25.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। गुरुवार को 45.8 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।

कुछ स्थानों पर मकान धरासायी 

अवध क्षेत्र में कई दिनों से हो रही बारिश सिलसिला गुरुवार को भी जारी रहा, जिसकी वजह से कुछ स्थानों पर मकान धरासायी हो गए। अयोध्या के रुदौली तहसील क्षेत्र में 19 कच्चे मकान गिर गए, जबकि रायबरेली में छह घर ढह गए। इसमें दबकर एक बच्ची की मौत हो गई। बाराबंकी के सुबेहा में दीवार की चपेट में आकर महिला समेत बच्ची की मौत हो गई। अयोध्या में 80 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है, जबकि सुलतानपुर में 60 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई है। अंबेडकरनगर में जमकर बारिश हुई। प्रमुख सड़कें तालाब बन गईं। बलरामपुर में ललिया के सहिबानगर गांव में राप्ती कटान कर रही है।

बारिश का असर नदियों के जलस्तर पर नहीं 

बारिश का असर अभी नदियों के जलस्तर पर नहीं पड़ा है। सीतापुर के रामपुर मथुरा क्षेत्र के बागस्ती गांव के निकट घाघरा ने तटबंध का करीब 50 मीटर हिस्सा काट दिया है। इस वजह से 35 गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। बहराइच और गोंडा में एल्गिन ब्रिज पर नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 71 सेंटीमीटर नीचे है। वहीं अयोध्या में सरयू नदी का जलस्तर 80 सेंटीमीटर नीचे ही है।

गोंडा में ग्रामीणों ने काटा तटबंध, अज्ञात पर मुकदमा दर्ज

गोंडा में परसपुर क्षेत्र में चंदापुर किटौली गांव के लोगों ने एल्गिन-चरसड़ी तटबंध काट दिया। ग्रामीणों का कहना है कि तटबंध की वजह से गांव में बारिश का पानी भरा है। साइफन न बनाए जाने से यह समस्या है। इस मामले में बाढ़ कार्यखंड की ओर से अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया है।


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