Weather forecast in UP: पश्चिमी यूपी में झमाझम, दोपहर बाद लखनऊ तथा पास के क्षेत्रों में भी होगी बरसात
Weather forecast in UP पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बुधवार रात तथा आज सुबह झमाझम बरसने के बाद दोपहर बाद बादल लखनऊ तथा पास के जिलों पर भी मेहरबान हो सकते हैं।
लखनऊ, जेएनएन। सावन की अपेक्षा भादों में बादल उत्तर प्रदेश में और उसमें भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर बेहद मेहरबान हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बुधवार रात तथा आज सुबह झमाझम बरसने के बाद दोपहर बाद बादल लखनऊ तथा पास के जिलों पर भी मेहरबान हो सकते हैं।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सुबह से ही तेज बारिश हो रही है। मेरठ, शामली, बागपत, सहारनपुर व मुजफ्फरनगर और लखनऊ से सटे जिलों में अगले कुछ घंटों में बारिश के आसार हैं। आज मौसम विभाग का अनुमान है कि कई जिलों में बारिश होगी। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तो सुबह से ही तेज बारिश हो रही है। अगले कुछ घंटों में लखनऊ और आस-पास के इलाकों में भी बारिश हो सकती है। सहारनपुर में तेज बारिश के कारण देवबंद में मकान गिरने से महिला की मौत हो गई। यहां पर जमकर हो रही बरसात में बच्चे काफी आनंद ले रहे हैं।
मेरठ मंडल के बाद कल अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, बुलंदशहर, हापुड़, नोएडा, गाजियाबाद, संभल, एटा, इटावा, औरैया, कन्नौज, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, कासगंज, सीतापुर, हरदोई, लखीमपुर, शाहजहांपुर, बदायूं, जालौन में कल काफी बारिश हुई थी। आज एनसीआर के साथ पश्चिमी उत्तर प्रदेश में झमाझम पानी बरसा।
दोपहर के बाद बारी लखनऊ तथा पास से जिलों की है। सुल्तानपुर तथा बहराइच के साथ गोरखपुर में भी वर्षा हो सकती है। वाराणसी, बरेली तथा मुरादाबाद में भी बौछार पड़ सकती है।
ताजनगरी आगरा को लेकर पूर्वानुमान है कि हल्की- फुल्की बारिश हो सकती है। आगरा में सुबह से आसमान में बादलों के बीच सूरज की लुकाछिपी चल रही है। दिल्ली व एनसीआर क्षेत्र में सुबह से बारिश के कारण इसका असर ताजनगरी पर भी होगा। मेरठ में कल बारिश से लागों सुकून का अहसास किया। गुरुवार की सुबह भी आसमान पर काले घने बादल नजर आए और कुछ देर के लिए बूंदाबांदी भी हुई। दिन में भी बारिश की संभावना बनी है। अगले दो दिनों तक मौसम के सुहाना बने रहने के आसार हैं।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार मानसून की अक्षीय रेखा राजस्थान से आगे बढ़ते हुए उत्तर में पंजाब और हरियाणा पर पहुंच रही है। बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के क्षेत्र के कारण आद्रता एनसीआर और पश्चिम उत्तर प्रदेश के मैदानी इलाकों पर अपनी आमद दर्ज करा रही हैं। इन सब कारणों से मानसून में तेजी आई है।