उत्तर प्रदेश में एक-दो दिन में फिर बदली और बारिश की संभावना, पश्चिम में उपलवृष्टि का खतरा
अगले हफ्ते उत्तर प्रदेश का मौसम एक बार फिर करवट ले सकता है। मौसम में तब्दीली आने की संभावना है। बादल छाएंगे और कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हो सकती है।
लखनऊ, जेएनएन। अगले हफ्ते मौसम एक बार फिर करवट ले सकता है। मौसम में तब्दीली आने की संभावना है। बादल छाएंगे और कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हो सकती है। इससे पांच और छह फरवरी को तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में उत्तराखंड, हरियाणा और राजस्थान से सटे इलाकों में मौसम का मिजाज अधिक गड़बड़ रहेगा। वहां के बड़े इलाके में ठीकठाक बारिश के साथ कुछ क्षेत्रों में ओले भी पड़ सकते हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी छिटपुट बारिश संभव है।
दलहन तिलहन फसल को नुकसान संभव
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक जिन इलाकों में तेज हवा के साथ ओले पड़ेंगे वहां फसल को खासी क्षति हो सकती है। खासकर दलहन और तिलहन की फसलों को नुकसान हो सकता है। इससे अरहर के फूल गिर जाएंगे। सरसों के फूल तो गिरेंगे ही पौधों के गिरने से उनके दाने मारे जाएंगे। बेमौसम की बारिश से सीजन की सब्जियों की फसल को भी क्षति पहुंचेगी। उल्लेखनीय है कि गत दिनों भी पश्चिमी विक्षोभ की वजह से बारिश हुई थी। साथ ही ठंड में भी खासा इजाफा हुआ था। गत दो-तीन दिनों से मौसम अवश्य राहत भरा है। अच्छी धूप निकल रही है लेकिन शीघ्र ही मौसम में दोबारा तब्दीली आने के आसार बन रहे हैं।
पहाड़ी इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय
मौसम विभाग के अनुसार चार फरवरी को पश्चिमोत्तर भारत में सक्रिय होने वाला पश्चिमी विक्षोभ मौसम के इस बदलाव की वजह बनेगा। विक्षोभ के सक्रिय होने के पहले अधिकतम और न्यूनतम तापमान में दो से चार डिग्री सेलसियस की वृद्धि होगी। बारिश के बाद मौसम साफ होने पर इसमें लगभग उतनी ही कमी आ जाएगी। नरेंद्रदेव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार पहाड़ी इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआ है। इसका असर शीघ्र दिखेगा। बदली छाने के साथ ही बूंदाबांदी होने की संभावना है।