उत्तर प्रदेश में सूरज की झुलसाती किरणों के बीच 48 डिग्री पर पहुंचा पारा
उत्तर प्रदेश में रविवार को रवि की किरणों ने जहां आम आदमी को झुलसाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। पारा नई ऊंचाइयों को छूता रहा है।
लखनऊ (जेएनएन)। उत्तर प्रदेश में रविवार को रवि की किरणों ने जहां आम आदमी को झुलसाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। यहां के लोगों के लिए मौसम की अग्निपरीक्षा जारी रही है। पारा नई ऊंचाइयों को छूता रहा है।लोगों को अब तक के सीजन में सबसे गर्म दिन महसूस हुआ। गर्मी के चलते बीमारियां भी बढ़ी रही, जबकि पशु पक्षी बेहाल देखे गए। फतेहपुर और बुंदेलखंड के ज्यादातर जिलों में अधिकतम तापमान 48 डिग्री सेल्सियस के ईद-गिर्द रहा। कुछ जिलों में दोपहर बाद आंधी और बूंदाबादी से ताममान कमी जरूर महसूस हुई लेकिन गर्मी का प्रकोप जारी रहा। आज
सूरज के तेवर देख लोग घरों में दुबके
यूपी के लोगों को जब दहकते सूरज ने आंखे दिखाई तो लोग घरों में दुबक गए। गर्मी व तेजधूप के असर से दोपहर में यातायात लगभग बंद जैसा रहा। जैसे जैसे धूप कम हुई लोग घरो से बाहर निकले। ग्रामीण इलाकों में बढ़ते तापमान में पेड़ की छांव ही सहारा बनी। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक नमी का स्तर मामूली तौर पर बढऩे के संकेत हैं जिससे पूर्वांचल के कुछ इलाकों में बूंदाबादी हो सकती है। हालांकि आमतौर पर मौसम की तल्खी का यही स्तर मानसून आने तक बरकरार रहेगा।
पूरब में आंधी-पानी और बज्रपात
प्रमुख बाजारों में दोपहर को दुकानों के सटर गिरा दिए गए। आज दोपहर बाद सोनभद्र में आंधी पानी के बीच आकाशीय बिजली गिरने की सूचना है। रविवार सुबह से मौसम का जो रुख बना वह दोपहर बाद और भी तल्खी की ओर बढ़ चला। इस दौरान पूर्वांचल के कई जिलों में पारा 44 डिग्री के आसपास बना रहा। झुलसाने वाली लू के थपेड़ों ने जहां लोगों की अग्निपरीक्षा ली वहीं सूरज की आंच से लोग बचने के लिए दोपहर में बाहर निकलना भी रद करने से नहीं चूके। अस्पतालों में इन दिनों डायरिया व गर्मी जनित बीमारी के चपेट में आने वाले मरीजों की संख्या बढ़ी है।
बिजली गिरने सगी बहनों की मौत
सोनभद्र के बभनी थाना क्षेत्र के चपकी गांव में दोपहर बाद तेज आंधी पानी के बाद आकाशीय बिजली गिरने से दो सगी बहनों की मौके पर ही मौत हो गई। मिली जानकारी के मुताबिक गांव चपकी निवासी तुलसी गुप्ता की दो पुत्रियां नीरा (17) व लक्ष्मी (15) घर के बरामदे में बैठकर कुछ काम कर रही थीं। उसी दौरान तेज आंधी और पानी शुरू हो गया। कुछ देर बीतने के बाद अपराह्न दो बजे के करीब आकाशीय बिजली गिरी, जिसमें दोनों बहनें उसकी चपेट में आ गयीं। वहीं आकाशीय बिजली गिरने से दो सगी बहनों की मौत की घटना के दौरान ही बगल में खेल रहा चचेरा भाई राजू (6) पुत्र जगदीश भी गंभीर रूप से झुलस गया है। परिजनों ने उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बभनी में भर्ती कराया है। राजू के दोनों पैर बुरी तरह से झुलस गए हैं। आनन-फानन में लोगों ने 100 नंबर फोन किया। उसके बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया जहां डाक्टर ने मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।