अब नहीं काटने होंगे बीमा दफ्तरों के चक्कर, मोबाइल एप से चार घटे में मिलेगा क्लेम
बीमा कंपनिया इसी वर्ष करेंगी सुविधा की शुरुआत। घर बैठे या घटनास्थल से किया जा सकेगा दावा।
लखनऊ[पुलक त्रिपाठी]। अब क्लेम के लिए बीमा एजेंसियों के चक्कर काटने से निजात मिलेगी। लोग घर बैठे या घटनास्थल से मोबाइल एप के जरिए दावे के लिए क्लेम कर सकेंगे। जनरल इंश्योरेंस (मोटर क्षेत्र) में इस सुविधा का लाभ लोगों को मिल सके, इसके लिए जल्द ही बीमा कंपनिया मोबाइल एप लाच करेंगी। जुलाई-अगस्त तक यह सुविधा शुरू हो सकती है। राजधानी में एक सेमिनार में हिस्सा लेने आए इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलेपमेंट अथॉरिटी (इरडा) के निदेशक सुरेश माथुर और युनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के महाप्रबंधक डॉ. जेएस दहिया ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि क्लेम के लिए पॉलिसी धारक को बीमा दफ्तर के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। इसके लिए दुर्घटना स्थल से क्षतिग्रस्त वाहन का फोटो मोबाइल एप के जरिए बीमा कंपनियों को भेजना होगा। गूगल मैप के जरिए पॉलिसी होल्डर की लोकेशन स्वत: बीमा कंपनी को एप के जरिए प्राप्त हो जाएगी। बीमा कंपनी द्वारा कम से कम समय में क्लेम सेटलमेंट का प्रयास किया जाएगा। हालाकि बीमा एजेंसियों द्वारा इस सुविधा को अभी छोटे दावों (करीब 20 हजार रुपए तक के क्लेम) पर ही लागू किया जाएगा। ई-बीमा के क्षेत्र में सभी इंश्योरेंस कंपनियों द्वारा जल्द ही इस सुविधा को शुरू किया जाएगा।
डिजिटल लॉकर में रखी जाएंगी बीमा पॉलिसी
अक्सर क्लेम के दौरान बीमा कंपनियों द्वारा मूल पॉलिसी की डिमाड की जाती है। इसीलिए अब बीमा कंपनी ग्राहक के सभी दस्तावेजों को डिजिटल लॉकर में सुरक्षित रखेंगी। डिजिटल लॉकर में रखी पॉलिसी को पॉलिसी होल्डर द्वारा एक्सेस किया जा सकता है। इसे पेपरलेस पॉलिसी भी माना जा रहा है। डिजिटल लॉकर में रखी पॉलिसी को पॉलिसी होल्डर द्वारा एक्सेस किया जा सकता है। इसे पेपरलेस पॉलिसी भी माना जा रहा है।