मथुरा में पानी पर पंचायतः बर्बादी की पंच करेंगे निगरानी
देश में पानी को लेकर मची मारामारी के बीच एक अच्छी खबर है। मथुरा का एक गांव पानी की बर्बादी पर जाग उठा है। भूगर्भ में मीठे पानी के भंडार वाले गांव में पानी की बर्बादी रोकने के लिए पंचायत बिठाई गई।
लखनऊ। देश में पानी को लेकर मची मारामारी के बीच एक अच्छी खबर है। मथुरा का एक गांव पानी की बर्बादी पर जाग उठा है। भूगर्भ में मीठे पानी के भंडार वाले गांव में पानी की बर्बादी रोकने के लिए पंचायत बिठाई गई। जागरूकता की क्लास हुई और सर्व सम्मति से फैसला हो गया। पानी की बर्बादी पर अब पंच निगरानी रखेंगे। कोई गड़बड़ी करेगा तो पहले समझाया जाएगा और न मानने पर कार्रवाई होगी।
महाराष्ट्र से लातूर से देशभर में बजी जल संकट की घंटी के बाद अब कुछ जगह बदलाव भी देखने को मिल रहा है। हाईवे किनारे गांव अजीजपुर में दो दिन पहले नेहरू युवा केंद्र की टीम ने सर्वे किया। सर्वे में सामने आया कि 72 घरों वाले गांव में 54 घरों में सबमर्सिबल पंप थे। हर घर में पानी की बर्बादी हो रही थी। इसके बाद शाम को गांव की पंचायत बुलाई गई। रात तक चली पंचायत में पानी के देश भर के हालात सुनाए, तो ग्रामीण विचलित हो गए। बताया गया कि यदि पानी की इस तरह बर्बादी जारी रही तो जल्द ही संकट में आ जाएंगे। इसके बाद पानी बचाने की मुहिम शुरू करने का फैसला लिया गया। फैसले के तहत गांव के बुजुर्ग और वार्ड के सदस्य पानी की बर्बादी पर निगरानी रखेंगे।
- बिजली जाने के बाद तुरंत सबमर्सिबल का स्विच ऑफ करेंगे, ताकि बिजली आने पर पानी न बहे।
- सबमर्सिबल से पानी उपयोग के लिए न लिया जाए। टंकी में पानी भरकर आवश्यकतानुसार प्रयोग हो।