कुंभ के दौरान गंगा की लहरों पर तैरेगी ‘वॉटर एंबुलेंस’, ICU यूनिट से होगी लैस
एनडीआरएफ टीम के साथ लगाई गई, ब्रिज व अन्य स्थलों पर तैनात होगी विशेष टीमें।
लखनऊ (सौरभ शुक्ला)। अस्पतालों में आइसीयू के बारे में तो आपने जरूर सुना होगा लेकिन पानी में आइसीयू के बारे में शायद ही सुना हो। प्रयागराज कुंभ में ऐसी ही आइसीयू गंगा की लहरों पर तैरती नजर आएगी। जहां मरीजों के लिए वह सभी सुविधाएं मौजूद रहेंगी जो बड़े से बड़े अस्पताल में रहती हैं। गंगा की लहरों पर हिचकोले खाती ‘वॉटर एंबुलेंस’ का परीक्षण भी कर लिया गया है। वॉटर एंबुलेंस में ऑक्सीजन से लेकर वेंटीलेटर व अन्य एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम होंगे।
हाल में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस एंबुलेंस को एनडीआरएफ (आपदा मोचन बल) के बेड़े में शामिल किया था। इसके अलावा सुरक्षा के मद्देनजर 12 विशेष टीमें तैनात की जाएंगी। यह टीमें संवेदनशील घाटों, रेलवे ब्रिज, फ्लाइओवर एवं पीपे वाले पुलों व भीड़भाड़ वाले इलाकों समेत 12 सेक्टरों में अत्याधुनिक बोट व अन्य उपकरणों के साथ तैनात रहेंगी। डीआइजी आलोक कुमार सिंह के निर्देश तीन टीमें रवाना कर दी गई हैं, जो पुलिस और सिविल डिफेंस को ट्रेनिंग दे रही हैं। इसके से नौ टीमें वॉटर रेस्क्यू, दो टीमें सीएसएसआर (कोलैब्स्ड स्ट्रक्चर सर्च एंड रेस्क्यू), एक टीम सीआरबीएन (केमिकल बॉयलोजिकल रेडिएशन न्यूक्लियर), एमएफआर (मेडिकल फस्ट रिस्पॉडर) टीम। हाल ही में कुंभ की सुरक्षा के मद्देनजर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, वाइस चेयरमैन उत्तर प्रदेश आपदा प्रबंधन जनरल आरपी शाही ने अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान आपदा के दौरान राहत एवं बचाव कार्य के मद्देनजर विभिन्न बिंदुओं पर खाका तैयार किया था।
डीआइजी एनडीआरएफ आलोक कुमार सिंह ने बताया कि कुंभ मेले के दौरान टीम ने पूरी तैयारी कर ली है। तीन टीमें भेजी जा चुकी हैं, जो सिविल डिफेंस और पुलिस के जवानों को राहत एवं बचाव कार्य का प्रशिक्षण दे रही हैं। जल्द ही वॉटर एंबुलेंस और अन्य नौ टीमें भेजी जाएंगी।